मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर भ्रष्टाचार के आरोपी पीसीएस अधिकारी गणेश प्रसाद सिंह को बर्खास्त कर दिया गया है और बरेली में हाईवे अधिग्रहण के दौरान हुए करीब 200 करोड़ के घोटाले में दो अन्य पीसीएस को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित दोनों पीसीएस अधिकारियों को राजस्व परिषद से संबद्ध किया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच भी होगी।
कुशीनगर में मनमाना पट्टा देने में हुए बर्खास्त अपर जिलाधिकारी स्तर के पीसीएस अधिकारी गणेश प्रसाद सिंह को जौनपुर में मुख्य राजस्व अधिकारी रहने के दौरान वित्तीय अनियमितता बरतने के आरोप में निलंबित करते हुए राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया गया था। उन पर यह भी आरोप है कि कुशीनगर में रहने के दौरान उन्होंने ग्राम समाज की जमीन नियमों के विपरीत जाकर पट्टे पर दे दिया। शासन ने इस संबंध में कुशीनगर के जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी थी। डीएम ने गड़बड़ी की पुष्टि होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को प्रस्ताव भेजा था।
सितारगंज हाईवे घोटाले में दो निलंबित बरेली-पीलीभीत-सितारगंज हाईवे व बरेली रिंग रोड निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण में हुए घोटाले के आरोप में दो पीसीएस अधिकारियों अशीष कुमार और मदन कुमार को निलंबित कर दिया गया है। आशीष मौजूदा समय एडीएम बरेली और मदन कुमार मऊ में तैनात हैं। दोनों अफसरों पर बरेली में तैनाती के दौरान हुए भूमि घोटाले में शामिल होने का आरोप है। दोनों अफसरों को राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया गया है।
भूमि अधिग्रहण घोटाले में दो इंजीनियर हो चुके हैं निलंबित
बरेली-पीलीभीत-सितारगंज हाईवे व बरेली रिंग रोड निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण में घोटाले में इसके पहले लोक निर्माण विभाग के दो अवर अभियंताओं को निलंबत किया जा चुका है। इसके अलावा घोटाले में शामिल अन्य 15 आरोपियों को भी निलंबित किया जा चुका है।