कुशीनगर, हिटी। 69 हजार शिक्षक भर्ती में आवेदन के दौरान गलत डाटा भरकर चयनित शिक्षकों पर कोर्ट के आदेश के बाद बेसिक शिक्षा विभाग सख्त हुआ है। जनपद में पिछले तीन चरणों में नियुक्त हुए 2209 शिक्षकों में से 20 शिक्षकों को बीएसए कुशीनगर ने चिह्नित कर बर्खास्त कर दिया है। जांच में इन शिक्षकों का मेरिट सूची और शैक्षणिक कट ऑफ में अंतर होने का मामला सामने आया है। एक साथ हुई कार्रवाई से जिले में इस भर्ती के तहत तैनात शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2018 में 69 हजार भर्ती का विज्ञापन निकाला था।
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22 दिसंबर 2018 तक आवेदन का अंतिम तिथि निर्धारित थी। भर्ती प्रक्रिया को कोर्ट के आदेश में पर तीन चरणों में पूरा किया गया। वर्ष 2018 से डेढ़ साल पूर्व तक तीन चरणों में कुल 2209 शिक्षक तैनात हुए। भर्ती में आवेदन के दौरान बीटीसी 2015 बैच के शिक्षकों ने एक विषय में बैक लगने के बावजूद मनमानी मेरिट दिखाकर आवेदन कर दिया था, जबकि उन अभ्यर्थियों द्वारा बैक पेपर देने पर बाद में नंबर मेरिट के अनुसार कम हो गया है। शिक्षक भर्ती चयन समिति ने आवेदन के दौरान फीड मेरिट के आधार पर ऑनलाइन मेरिट सूची जारी कर बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के माध्यम से नियुक्ति पत्र का वितरण कर दिया गया। इस मामले में मेरिट सूची से छंटने वाले बीटीसी के उस बैच के कुछ अभ्यर्थियों ने चयन में गड़बड़ी का आरोप लगाकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर सचिव बेसिक शिक्षा परिषद सुरेंद्र तिवारी ने पिछले 9 मई को बीएसए को पत्र जारी कर मेरिट सूची तथा शिक्षकों के शैक्षणिक सूची की जांच कर ऐसे शिक्षकों को चिह्नित करके बर्खास्त करने का आदेश दिया था। सचिव के आदेश पर बीएसए कुशीनगर ने जिले में तैनात ऐसे 20 शिक्षकों को चिह्नित किया, जो भर्ती के तहत शैक्षिक अर्हता पूरी नहीं करते हैं। इन सभी शिक्षकों को बीएसए ने बर्खास्त करने की कार्रवाई की है। इससे 69 हजार भर्ती में तैनात शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है। 69 हजार शिक्षक भर्ती के तहत जनपद में 20 शिक्षकों का चयन जारी मेरिट सूची के तहत हुआ था। सचिव के आदेश पर ऐसे शिक्षकों को चिंह्नित करके उनके शैक्षणिक अभिलेखों की जांच में मेरिट सूची के आधार पर भिन्नता प्राप्त हुई है। शैक्षिक अर्हता पूरी न करने वाले 20 शिक्षकों को सचिव के आदेश पर बर्खास्त कर दिया गया है। डॉ. रामजियावन मौर्य, बीएसए