बदायूं। राज्य सरकार अटैचमेंट का नियम समाप्त कर चुकी है। बावजूद इसके जिले के परिषदीय विद्यालयों के दो शिक्षक बीएसए कार्यालय में कई सालों से बाबूगीरी कर रहे हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। सोमवार को भी वह विकास भवन में एआरपी के साक्षात्कार के दौरान बीएसए के साथ मौजूद रहे।
राज्य सरकार ने 2022 में अटैचमेंट की व्यवस्था को समाप्त कर दिया था। सरकार ने आदेश दिया था कि दूसरे कार्यालयों में अटैच कर्मचारियों को उनके मूल स्थान पर भेजा जाए, आदेश की अवहेलना पर उन्हें वेतन का भुगतान नहीं किया जाए।
बावजूद इसके समरेर ब्लॉक के कामेंद्र जोकि गदरौली के संविलियन विद्यालय में और दातागंज के स्वदेश चंद्र शर्मा जोकि कंपोजिट विद्यालय शेरपुर में शिक्षक हैं। सालों से अपने विद्यालयों में नहीं पहुंचे हैं। दोनों करीब दस सालों से न सिर्फ बीएसए कार्यालय में ही बाबूगिरी कर रहे हैं बल्कि उनके वेतन का भुगतान भी नियमित रूप से हो रहा है।
इधर शिक्षकों के नहीं पहुंचने से दोनों स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। सोमवार को भी दोनों शिक्षक अपने-अपने विद्यालयों में उपस्थित न रहकर विकास भवन में एआरपी के हो रहे साक्षात्कार के दौरान बीएसए वीरेंद्र कुमार के साथ मौजूद रहे।
कार्यालय में अधिक काम रहने की वजह से इन्हें साथ रखा था। मेरी जानकारी मेंं है। जल्द ही दोनों को रिलीव कर दूंगा।
- वीरेंद्र कुमार, बीएसए
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शिक्षक कामेंद्र मेरे आदेश पर नहीं गए। इनकी बीएसए कार्यालय में सांठगांठ रहती है। कार्रवाई की जाएगी।
- भूपेंद्र कुमार, बीईओ समरेर
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शिक्षक स्वदेश को मैंने नहीं भेजा। बीएसए ने उन्हें वहां रखा है। जल्द ही विद्यालय भेजा जाएगा।
-लक्ष्मी नारा, बीईओ, दातागंज