बहराइच, अवैध घोषित करने के बाद बुलडोजल से ढहाए गए मदरसों के बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए प्रशासन ने पहल की है। इन मदरसों में अध्ययनरत चिंहित किए गए करीब 800 छात्र-छात्राओं के दाखिले के लिए प्रक्रियाएं शुरू कर दी गई हैं। ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित होने से पहले इन बच्चों का दाखिला नजदीकी परिषदीय विद्यालयों में करवाकर इनका ब्यौरा यू-डायस पोर्टल पर अपलोड किया जा सके। इसके लिए संबंधित बीईओ को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो अभिभावकों से संपर्क कर बच्चों से जुड़े अभिलेखों को जुटाकर दाखिला करेंगे।
जिले में संचालित अवैध मदरसों को चिंहित कर जांच व कार्रवाई के
निर्देश दिए गए थे। जिला अल्पसंख्यक व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम की जांच में अब तक नौ मदरसे सरकारी जमीन व बिना मान्यता के संचालित पाए गए हैं। इन मदरसों को पूरी तरह से ढहाया जा चुका है। जबकि 15 मदरसों में मान्यता की शर्तों के हिसाब से शिक्षा व्यवस्था नहीं पाई गई है। इन मदरसा संचालकों को नोटिस भेजकर जरूरी दस्तावेज व कारण स्पष्ट करने की
चेतावनी दी गई है। अब तक जिन नौ मदरसों को अवैध घोषित कर भवनों को बुलडोजर से ढहाया जा चुका है। ऐसे मदरसों में पढ़ाई कर रहे विशेष धर्म के तकरीबन 800 बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने की कवायद शुरू की गई है। इसके तहत ब्लॉकवार चिंहित बच्चों की सूची संबंधित क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारियों को उपलब्ध करा दी गई है। संबंधित विद्यालयों के शिक्षक अभिभावक से सीधे संपर्क कर उनके अभिलेख लेकर पोर्टल पर उनका पंजीयन करेंगे। नियमित स्कूल भेजने के लिए भी अभिभावकों को जागरूक करेंगे। जरूरत पर बीईओ, बीएसए व डीएमओ समन्वय कर उच्च कक्षाओं के दाखिले की अड़चनों को दूर करेंगे।
यूनीफार्म व अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी
बीएसए आशीष कुमार सिंह ने बताया कि मदरसा में पढ़ रहे बच्चों को बेसिक स्कूलों में दाखिला मिलने से कई तरह की मदद भी मिलेगी। इन बच्चों को यूनीफार्म समेत अन्य सरकारी योजनाएं भी मिलेंगी। जिससे इनके अभिभावकों को राहत मिलेगी।
नए सिरे से जनरेट होगा यू-डायस व पैन नम्बर
गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में दीनी शिक्षा से जुड़े बच्चों को बेसिक स्कूलों में दाखिला देने में विभाग के सामने भी बड़ी चुनौती होगी, हालाकि बच्चों का नए सिरे से यू-डायस व पैन नंबर तैयार करने के लिए पोर्टल पर डाटा अपलोड करने की तैयारी हो रही है। इसके लिए शासन स्तर पर रिपोर्ट भेजी जाएगी, जिसकी अनुमति के बाद ही औपचारिकता पूरी कर नंबर जारी हो पाएगा। हालाकि बीएसए ने बताया कि संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को इसके लिए निर्देश दिए जा चुके हैं।
66 मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को बेसिक स्कूलों में में दाखिले के लिए विभागीय अधिकारियों से समन्वय बनाया गया है, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो सके। संजय कुमार मिश्र, डीएमओ, बहराइच