पटना, । सुनने में यह अजीब लगे, मगर सच है। पटना में अपने घर पर एक इंजीनियर साहब कालेधन धन समेत पकड़े जानेे के डर से रातभर नोट जलाते-जलाते थक गए, मगर जब शुक्रवार सुबह छापा पड़ा तो उनके पास से 39. 50 लाख रुपये बरामद हुए। यह रकम उन्होंने पानी की टंकी में छुपा रखी थी।
आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के मुताबिक, करीब 21 लाख के जले नोट और बाथरूम के पाइप से जले नोटों का मलबा मिला है, जिसके दो से तीन करोड़ रुपये का होने का अनुमान है।
आरोपी विनोद राय ग्रामीण कार्य विभाग के सीतामढ़ी डिवीजन में अधीक्षण अभियंता हैं। ईओयू को सूचना मिली कि राय गाड़ी में भारी मात्रा में नकदी लेकर पटना स्थित घर जा रहे हैं। ईओयू टीम घर पहुंची पर इंजीनियर की पत्नी ने रात को घर में अकेले होने की बात कहकर टीम को रोक दिया। सुबह जब अधिकारी घर में घुसे तो दंग रह गए, वहां नोट जलाए गए थे। यहां तक, बाथरूम में भी जले हुए नोटों के अवशेष पानी में बहाने के सबूत मिले।
सात साल की सजा
नोट जानबूझकर जलाना अपराध है। यह नोटों के प्रति अनादर, अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाला कृत्य माना जाता है। भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 के तहत सात साल तक की जेल या जुर्माना या दोनों की सजा हो सकती है।