लखनऊ। राज्य सरकार सहायता प्राप्त माध्यमिक इंटर कॉलेजों में लिपिक भर्ती के लिए प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) में 50 प्रतिशत नार्मलाइज्ड स्कोर की अनिवार्यप्ता समाप्त करने जा रही है। इसके लिए वैध नार्मलाइज्ड स्कोर प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी आवेदन के लिए पात्र होंगे। कैबिनेट की बैठक में इसके लिए जल्द प्रस्ताव पास कराने की तैयारी है।
प्रदेश के सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में लिपिक पदों पर भर्ती के लिए 25 नवंबर 2021 को व्यवस्था तय की गई। इसके मुताबिक पीईटी में 50 प्रतिशत स्कोर प्राप्त करने वाला ही आवेदन के लिए पात्र माना गया। एक पद के लिए आवेदन करने वालों में टॉप 10 अभ्यर्थियों को टाइपिंग परीक्षा के लिए बुलाने की व्यवस्था दी गई। इसमें पास होने पर एक पद के लिए तीन अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाने की शर्त रखी गई।
टाइपिंग परीक्षा को क्वालीफाइंग रखा गया और अंतिम चयन पीईटी और साक्षात्कार में प्राप्त अंकों के आधार पर तय किया गया। इसके चलते कुछ स्कूलों में तो भर्ती प्रक्रिया पूरी हो गई और
कुछ में लटक गई। भर्ती लटकने की मुख्य वजह पीईटी में 50 प्रतिशत स्कोर की अनिवार्यता बताई गई। इसीलिए उच्च पर सहमति बनी है कि पीईटी में 50 प्रतिशत स्कोर की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया जाए, जिससे एडेड इंटर कॉलेजों में बाबुओं की भर्ती का रास्ता साफ हो सके।
प्रबंधकों को रिक्त पदों की सूचना देनी होगी
एडेड स्कूलों के प्रबंधकों को अपने यहां रिक्त बाबुओं के पदों की सूचना डीआईओएस कार्यालय को देनी होगी। डीआईओएस माध्यिमक शिक्षा निदेशक से सहमति लेकर प्रबंधक को पद भरने की अनुमति देगा। इसके आधार पर विज्ञापन निकालते हुए भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके लिए स्कूल प्रबंधक की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी, जिसमें डीआईओएस द्वारा नामित अधिकारी भी होगा।