07 September 2025

शिक्षक बन योगी ने समझाया कैसे रोकें हादसे

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवहन विभाग के कार्यक्रम में शिक्षक की तरह सीख दी। कहा वह सड़क पर उतर कर काम करे तभी सारे प्रयास सार्थक होंगे।


उन्होंने कहा कि कानून का पालन करवाने पर लोगों को बुरा जरूर लगता है पर यही नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षण का आधार भी बनता है। नो हेलमेट-नो फ्यूल अभियान के दौरान पेट्रोल पम्पों पर विवाद की खबरें आई। नागरिक उलझे भी लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि हेलमेट लगाने की आदत पर पम्पकर्मियों का फायदा नहीं बल्कि आपका ही जीवन सुरक्षित होता है। यह अभियान सिर्फ आदत डलवाने के लिए है।

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अपने साथी को हेलमेट-सीट बेल्ट के लिए टोके : मुख्यमंत्री ने नसीहत दी कि हेलमेट लगाना व सीट बेल्ट बांधना बेहद जरूरी है। कहा कि हेलमेट लगाने से कितने हादसों में लोगों की जान बची। अगर आपके परिवार का सदस्य अथवा कोई साथी बिना हेलमेट के गाड़ी चला रहा है तो उसे टोके। ड्राइवर और बगल की सीट पर बैठा आपका परिचित सीट बेल्ट नहीं लगाता है तो उसे इसके लिए बाध्य करें। हो सकता है कि उसे यह कुछ समय के लिए बुरा लगे लेकिन यह उसके जीवन की रक्षा का काम करेगा।


ओवर स्पीड बेहद खतरनाक : मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अक्सर युवा फर्राटा भरते दिखते है। अभिभावकों और उनके साथ चलने वालों को चेताना चाहिए कि अपनी स्पीड कम रखे। नियंत्रित रखे। इससे न सिर्फ आपकी जान बचेगी बल्कि आप दूसरों के लिए भी खतरा नहीं साबित होंगे। आईआईटी खड़गपुर के प्रोफेसर डॉ. भार्गव मैइत्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जब सड़क हादसों पर मौतों को लेकर चिंता जताई तो वह भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश का मुखिया इस तरह से चिंता कर रहा है तो हादसों में कमी जरूर आएगी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस ने एक एप तैयार किया है। इस पर उन्होंने कई रूटों का निरीक्षण कर देखा कि वहां पर कितने हादसे हुए, किन वजहों से हुए, रोकने के उपाए कहां फेल हुए...। इसका असर यह दिखा कि सुनियोजित उपाय से काम हुआ जहां तब एक महीने में 18 सड़क हादसे हुए थे, वहां एक महीने में सिर्फ एक ही हादसा हुआ। जब 18 हादसों की संख्या एक तक पहुंच सकती है तो इसे शून्य पर भी लाया जा सकता है। सड़क सुरक्षा के लिए अफसरों को सड़क पर उतरना होगा। सड़क पर टैंकर व अन्य बड़े वाहन न खड़ें हो, पार्किंग की उचित व्यवस्था हो...इसको सम्बन्धित विभागों को देखना चाहिए। इस पर भी सख्ती होनी चाहिए कि कहीं भी नाबालिग के हाथ में किसी वाहन की स्टेयरिंग न हो।


आईआईटी खड़गपुर के साथ एमओयू

मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग का सड़क सुरक्षा के लिए आईआईटी खड़गपुर के साथ हुए एमओयू को भी सराहा। कहा कि आईआईटी खड़गपुर जैसी संस्थाओं की तकनीकी मदद, पुलिस और अन्य विभागों के समन्वय, स्कूलों में ट्रैफिक नियमों पर जागरुकता बेहद जरूरी है। इस मौके पर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक जय देवी, अमरेश कुमार, ओपी श्रीवास्तव, योगेश शुक्ल आदि मौजूद रहे।


छह प्रमुख बसपोर्ट का आधुनिकीकरण

लखनऊ। प्रदेश में बनने वाले छह आधुनिक बसपोर्ट का शिलान्यास भी किया। इसमें लखनऊ (विभूति खंड), गाजियाबाद (ओल्ड), प्रयागराज (सिविल लाइंस) और अयोध्या शामिल हैं। इनका आधुनिकीकरण ओमेक्स बीटूगेदर करेगा। इन चार के अलावा बीटूगेदर अमौसी और कौशाम्बी (गाजियाबाद) बसपोर्ट का भी विकास करेगा। कार्यक्रम में ओमेक्स बीटूगेदर की ओर से एमडी मोहित गोयल और प्रेसिडेंट व बिजनेस हेड सुनील कुमार सोलंकी मौजूद रहे।


मंत्री जी समय से पहले आ गए....।

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह का जिक्र भी मजाकिया लहजे में किया। उन्होंने कहा कि मुझे 11 बजे का टाइम दिया गया था। हमने सोचा था कि मंत्री जी 12 बजे तक आएंगे। मैं सुबह 10 बजे मीटिंग में था, तभी पता चला कि दयाशंकर तो 10 बजे ही पहुंच गए है। वह समय से पहले आ गए, यानी अब बसों की टाइमिंग भी सही हो जाएगी।

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इसके कुछ समय बाद उन्होंने फिर हंसते हुए कहा कि मंत्री देर रात तक जागते है। सभी को समय से अपना काम करना चाहिए। सुबह जल्दी उठना चाहिए ताकि समय से सारे काम पूरे हो जाए। अगर सूर्य भगवान भी समय से न निकले तो अंधेरा ही रहेगा न...। सड़क सुरक्षा की बात करते हुए उन्होंने फिर मंत्री दयाशंकर सिंह की चर्चा करते हुए कहा कि ये देर रात तक चलते है। ऐसा करने से बचना चाहिए। सभी को प्रकृति के अनुरूप ही काम करना चाहिए।


प्रदूषण खत्म करने के लिए स्क्रैच पालिसी

लखनऊ। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि प्रदूषण खत्म करने के लिए स्क्रैप पालिसी आई है। देश में 170 स्क्रैप केन्द्र खुले है। इसमें 82 केवल उत्तर प्रदेश में ही है। उन्होंने कहा कि पीपी मॉडल पर 23 नए बस अड्डो का निर्माण होना है। इनमें पहले चरण में सात स्टेशन बनाए जा रहे हैं। उन्होंने विभाग की 48 ऑनलाइन सेवाओं की शुरूआत से नागरिकों को काफी मदद मिलने की बात कही।


कहा कि अब ग्रामीण क्षेत्र में भी लोग घर बैठे सेवा का फायदा ले सकते हैं।


जीरो फैटलिटी काॅरिडोर मॉडल लागू करना होगा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश, आईआईटी खड़गपुर और रोड सेफ्टी नेटवर्क के साथ एमओयू हुआ है। आईआईटी खड़गपुर के प्रोफेसर डॉ. भार्गव मैत्र ने कहा कि इसके अच्छे परिणाम दिखेंगे। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा बेहद जरूरी है। स्कूलों के सामने ‘स्पीड लिमिट’ (गति सीमा) तय करने के साथ सख्ती से पालन कराना भी जरूरी है। स्कूलों के सामने 25 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार तय करना चाहिए।


सड़क सुरक्षा के लिए सभी विभागों का समन्वय जरूरी है। ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर एक रिपोर्ट जल्दी ही तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि जीरो फैटलिटी कारीडोर मॉडल लागू करना होगा। इसके लिए कई बिन्दुओं पर काम किया जा रहा है। जल्दी ही वह शासन को इस सम्बन्ध में रिपोर्ट देंगे जिस पर पालिसी बनाने को कहा जाएगा। उन्होंने कहा कि कई बार सड़क सुरक्षा इस बात पर भी निर्भर करती है कि जो वाहन सड़क पर चल रहा है वह कितना सही है। पता चले कि सड़क थोड़ा ही गड़बड़ है लेकिन उस पर चलने वाली गाड़ी की क्षमता बहुत है, ऐसे में भी सड़क हादसा होने की सम्भावना रहती है। इन सब पर भी काम करना होगा। वाहन की क्षमता भी परखने का सिस्टम तैयार करना होगा।


डीजल से इलेक्ट्रिक बनी पहली रेट्रोफिट बस तैयार हुई


1. मुख्यमंत्री ने इन्हें सम्मानित किया : जनसेवा केंद्रों के माध्यम से परिवहन सेवाएं प्राप्त करने वाले चार लोगों को भी प्रमाण पत्र दिया गया। यह प्रमाण पत्र बलिया के अनुमेन्द्र प्रताप सिंह, क्रांति कुमार, वाराणसी के पवन सिंह व लखनऊ के अखिलेश शर्मा को दिया गया।


3. तीन महिला परिचालकों को नियुक्ति पत्र दिया। इनमें आलमबाग डिपो की संगीता गौतम, गोल्डी मौर्या व कैसरबाग डिपो की अंशिका गौतम शामिल रहीं।


2. एडीटीसी के नवीनतम केंद्रों को प्रमाण पत्र दिए। मुख्यमंत्री से प्रमाण पत्र पाने वालों में देवरिया के वैभव शाही, जौनपुर के कृष्णमूर्ति सिंह, सोनभद्र के आनंद मिश्र, एटा के गौरव शर्मा व गौतमबुद्ध नगर के योगराज सिंह रहे।


4. आरवीएसएफ के 4 नवीनतम केंद्रों को भी प्रमाण पत्र दिया गया। मुख्यमंत्री ने यह प्रमाण पत्र हापुड़ के ध्रुव सिंहल, बुलन्दशहर के अलीम खान, गाजियाबाद के फरमान व हापुड़ के कैफ खान को दिया।


6. आईआईटी खड़गपुर व परिवहन विभाग के मध्य मुख्यमंत्री के समक्ष एमओयू हुआ। परिवहन निगम व सीएससी के मध्य भी एमओयू हुआ।


5. नवीनतम आटोमेटिक टेस्टिंग सेंटर के निवेशकों लखनऊ के रोहित सिंह, आगरा के अजय राय, कानपुर के विवेक श्रीवास्तव को प्रमाण पत्र दिए।


7. बस स्टेशनों के पुनर्निर्माण, जीर्णोद्धार, उच्चीकरण, सौंदर्यीकरण का भी शुभारंभ।


किया। पीपीपी मोड द्वारा विकसित किए जाने वाले बस स्टेशनों के विकासकर्ता मोहित गोयल, ईश्वरदेव शुक्ल, नरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।


8. इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के जूपिटर ऑडिटोरियम के नवीनीकरण-उच्चीकरण कार्य का लोकार्पण।


भी किया। साथ ही मरकरी व मार्स ऑडिटोरियम के नवीनीकरण कार्य का शिलान्यास भी किया। मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के जूपिटर ऑडियोटोरियम के सौन्दर्यीकरण के बाद हो रहे पहले इस कार्यक्रम में यहां से संचालकों व एलडीए के अफसरों की सराहना की।


लखनऊ। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में देश की पहली डीजल से इलेक्ट्रिक बनी रेट्रोफिट बस को परिवहन विभाग के बेड़े में शामिल किया गया। यूपीएसआरटीसी की पहल पर पुणे स्थित कल्याणी पावरट्रेन लि. (केपीटीएल) और एआरएम के सहयोग से यह बस बनी है। केपीटीएल के एआरएम रवीन्द्र सिंह ने कहा कि इस तकनीक से पुरानी डीजल इंजन बसों को इस तरह से तैयार किया गया है कि यह 10 से 15 साल तक यात्रियों को सुरक्षित यात्रा करा सकती है। एक नई इलेक्ट्रिक बस की कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रुपये होती है जबकि इस तकनीक से करीब 70 लाख में पुरानी डीजल बस इलेक्ट्रिक बस में बदली जा रही है। यानी नई बस से आधी कीमत पर तैयार हो रही है। पहली तैयार बस ट्रॉयल पर है।