प्रयागराज। यूपी बोर्ड के विद्यालयों में हाईस्कूल स्तर पर जीवविज्ञान विषय पढ़ाने के लिए सहायक अध्यापक भर्ती को लेकर शैक्षिक अहर्ता अब स्पष्ट कर दी गई है। बोर्ड ने शिक्षा निदेशक के माध्यम से शासन को नया प्रस्ताव भेजा है, जिसमें भर्ती के लिए योग्यता का निर्धारण किया गया है। इस प्रस्तान को जल्द मंज़ूरी मिल सकती है।
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विज्ञान शिक्षक की नियुक्ति के नए मानक
नए प्रस्ताव के अनुसार, विज्ञान विषय पढ़ाने के लिए स्कूल में विज्ञान अध्यापक एवं जीवविज्ञान दोनों श्रेणियों की नियुक्ति प्रक्रिया को परिभाषित किया गया है। हाईस्कूल के जीवविज्ञान प्रश्न पत्र में जीव विज्ञान संबंधी सवालों की समीक्षा के बाद ही विज्ञान विषय के सहायक अध्यापक नियुक्त किए जाएंगे। अब जीवविज्ञान विषय पढ़ाने के लिए आवश्यक शैक्षिक अहर्ता भी स्पष्ट कर दी गई है।
शैक्षिक अहर्ता की स्पष्टता
भर्ती के लिए स्नातक एवं वनस्पति विज्ञान के साथ बीएड अनिवार्य कर दिया गया है। अन्य विषयों को लेकर भी प्रस्ताव में संशोधन किया गया है। इंटरमीडिएट स्तर पर नागरिक शास्त्र, भूगोल में प्रवक्ता भर्ती के लिए भी अहर्ता में बदलाव किया गया है। नागरिक शास्त्र प्रवक्ता के लिए स्नातकोत्तर के साथ बीएड आवश्यक होगा, जबकि भूगोल प्रवक्ता के लिए भूगोल विषय में स्नातकोत्तर एवं बीएड अनिवार्य किया गया है।
प्रस्ताव के प्रभाव और बदलाव
बोर्ड सचिव भगवती सिंह द्वारा भेजे इस प्रस्ताव से विद्यालय स्तर पर विज्ञान विषय के शिक्षकों की नियुक्ति और छात्र-छात्राओं को विषय विशेषज्ञों से पढ़ाई सुनिश्चित हो सकेगी। शासन से मंजूरी के बाद भर्ती के नियमों में पारदर्शिता और स्पष्टता बढ़ेगी।
यह कदम यूपी बोर्ड के विद्यार्थियों और शिक्षक उम्मीदवारों के लिए नवाचार और योग्यता का मानक स्थापित करेगा।