02 September 2025

स्कूल में शिक्षक नहीं, डीएम से शिकायत को पैदल गईं छात्राएं

 बलरामपुर, । राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय बिशनपुर विश्राम में शिक्षकों के अभाव के कारण शिक्षा से वंचित इंटरमीडिएट की छात्राएं विद्यालय से निकलकर जिलाधिकारी से मिलने पैदल बलरामपुर के लिए निकल पड़ीं। सूचना मिलते ही उप जिलाधिकारी तुलसीपुर राकेश जयंत ने छात्राओं को समझा बूझकर खुद अपनी गाड़ी से विद्यालय लाए। वहीं डीएम ने विद्यालय में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए अस्थाई एवं स्थाई स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी है।



राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय बिशनपुर विश्राम में शिक्षकों को अभाव होने से छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है। छात्राओं का कहना है कि थारू जनजाति के बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए वर्ष 1987-88 की गई थी। यहां पर वर्ष 2009 तक कक्षा-8 तक की शिक्षा उपलब्ध थी। उसके बाद इस विद्यालय को इंटरमीडिएट का दर्जा दे दिया गया, जो यूपी बोर्ड के माध्यम से बालिकाओं को शिक्षा दी जा रही थी। 2024 में इस विद्यालय को सीबीएसई बोर्ड में बदल दिया गया, लेकिन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए अध्यापकों की समुचित नियुक्ति नहीं की गई। इसी को लेकर आक्रोशित छात्राओं ने जिलाधिकारी से मिलने विद्यालय से पैदल निकल पड़ीं।


सूचना पाकर उप जिलाधिकारी राकेश जयंत ने मौके पर पहुंचकर छात्राओं को अपनी गाड़ी में बैठाकर वापस विद्यालय पहुंचाया। वहां पहुंचकर एसडीएम ने विद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने छात्राओं के लिए मेस में बन रहे भोजपन की गुणवत्ता परखी। उसके बाद खुद क्लास में जाकर बालिकाओं को शिक्षा के टिप्स दिए। उन्होंने सभी बालिकाओं को आस्वस्त किया कि शीघ्र ही विद्यालय में रिक्त शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। वहीं छात्राओं ने जिला प्रशासन को चार सितंबर तक का समय दिया है।


पांच माह बाद बोर्ड परीक्षा नहीं शुरू हुई पढ़ाई

छात्राओं ने बताया इस विद्यालय में विज्ञान के शिक्षक न होने के उन्हें शिक्षा नहीं मिल पा रही है। पांच महीने बाद बोर्ड परीक्षा देनी है और उन्हें अब तक रसायन और भौतिक विज्ञान का एक भी पाठ नहीं पढ़ाया गया है। कहा कि इसको लेकर विद्यालय प्रधानाचार्य जो जिला समाज कल्याण अधिकारी भी हैं उन्हें आठ अगस्त को पत्र दिया गया था, लेकिन आज तक शिक्षकों की कोई व्यवस्था नहीं कराई गई। मजबूर होकर व्यथा जिलाधिकारी को बताने के लिए पैदल निकलना पड़ा।