25 October 2025

"शिक्षक समस्याएँ, समायोजन का जाल और बदलाव की राह: बेसिक शिक्षा में स्वार्थ बनाम संघर्ष

 "शिक्षक समस्याएँ, समायोजन का जाल और बदलाव की राह: बेसिक शिक्षा में स्वार्थ बनाम संघर्ष



इस विभाग में आकर देखा हूँ शिक्षक की सबसे बड़ी समस्या है ख़ुद के लिए सोचना , कल पदोन्नति वाले समूह में विवाद चल रहा था वहाँ कोई बोला कि हिमांशु राणा समायोजन से पीड़ित नहीं है तो उसकी हकीकत ये है , पहले ही राउंड में एक शिक्षक सरप्लस दिखाया गया था लेकिन नहीं गया और हाँ लगाव ही पीड़ा है , आपको आपके स्वार्थ से है और मुझे बेसिक से । 


शिक्षामित्रों का समायोजन अवैध था , सब भाग गए थे कुछ केवल ऊल जलूल याचिका कर रहे थे और कुछ तो घर में शिक्षामित्र हीने पर शिक्षकों को बरगला रहे थे लेकिन मैं रुका नहीं लड़ा और नौकरी भी पाया , शिक्षामित्रों के 1,37,500 पदों पर दो भर्ती आई 68500 & 69000 वरना सोचिए कभी बेसिक में बीस साल भर्ती आती ? 


ऐसी ही सोच अब भी है समायोजन से विद्यालय एकल कर दिए , मर्ज़र होता फिर यही विद्यालय बंद किए जाते फिर पुनः समायोजन होता , सरकार का बहुत बड़ा trap है ये बाक़ी संघ और किसी का क्या है पाँच सात दस साल के बाद सेवानिवृत्त और चल दिए पर जो युवा आए हैं और जिनकी नौकरी अभी बीस वर्षों से अधिक है उन्हें प्रताड़ित भी होना पड़ता और कहने में गुरेज नहीं महकमा ही बंद करके निजी हाथों में दे दिया जाता लेकिन प्रयास करो तो सब संभव है । 


बेसिक में बड़े बदलाव होने जा रहे हैं चुनाव तक बहुत उथल पुथल रहेगी लेकिन ये बात सही है कि स्वार्थ के पीछे इसको नष्ट न करें और ग़लत न करें और न उसका साथ दें । 


#rana