उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा-2021 का पेपर रविवार को लीक होने के बाद परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। परीक्षा रविवार को दो पालियों में होनी थी। सरकार ने इसको लेकर भले ही बड़ी तैयारी की थी, लेकिन परीक्षा माफिया भारी पड़े। अब सरकार ने परीक्षा को स्थगित करने के साथ ही पेपर लीक के मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी है। पर्चा इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने की सूचना एसटीएफ से मिलने के बाद यह निर्णय लिया गया।
उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय कुमार उपाध्याय ने पेपर लीक होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि आज आयोजित होने वाली दोनो पालियों की उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 कुछ अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण स्थगित कर दिया गया है। अब इसके लिए नई तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) 2021 की परीक्षा का पेपर रविवार को तड़के गाजियाबाद, मथुरा तथा बुलंदशहर में लीक होने के बाद सरकार सक्रिय हो गई।
सरकार ने तत्काल ही परीक्षा को स्थगित करने के बाद इसको एक महीने बाद दोबारा कराने का निर्णय लिया है। इसमें फार्म भरने वाले अभ्यर्थियों को दोबारा कोई भी फीस नहीं देनी होगी। उत्तर प्रदेश एसटीएफ को मामले की जांच सौंपी गई है। रविवार को पहली पाली का पेपर दस बजे से था। यह पेपर शुरू होने से पहले ही पेपर मथुरा, गाजियाबाद व बुलंदशहर के व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल हो गया। इसके बाद शासन तत्काल एक्शन में आ गया।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि पेपर लीक करने के मामले में प्रयागराज व पश्चिम उत्तर प्रदेश में कुछ लोग पकड़े गए हैं, जिनसे पूछताछ की जा रही है। परीक्षा कैंसिल कर दी गई है। एडीजी ने बताया कि प्रयागराज व पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कई आरोपी हिरासत में हैं। इसके साथ ही पेपर कराने वाली एजेंसी भी शक के घेरे में है। अगर पेपर कराने वाली एजेंसी की ओर से जरा सी भी लापरवाही मिलती है तो उसको भी ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। पेपर लीक होने के कारण अभ्यर्थी काफी निराश भी हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार प्रदेश को कोरोना संक्रमण काल से उबारने के बाद शैक्षिक सत्र को भी पटरी में लाने के प्रयास के साथ भर्ती प्रक्रिया को लेकर भी गंभीर है। इसी क्रम में रविवार को दो पाली में यूपीटीईटी-2021की परीक्षा का आयोजन होना था। पहली पाली में प्राथमिक स्तर की परीक्षा सुबह 10 बजे से 12.30 बजे तक और द्वितीय पाली में उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा ढाई से पांच बजे तक होनी थी। इसके लिए कुल 21 लाख, 62 हजार, 287 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। प्रदेश में प्राथमिक स्तर पर 12,91,628 अभ्यर्थियों के लिए 2554 और उच्च प्राथमिक स्तर में 8,73,553 अभ्यर्थियों के लिए कुल 1747 परीक्षा केन्द्र बने थे।