प्रयागराज : गजब दुर्भाग्य है। वर्ष 2016 की प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) व प्रवक्ता संवर्ग (पीजीटी) भर्ती में चयनित तीन सौ ज्यादा शिक्षक अधियाचन में गड़बड़ी के चलते पहले आवंटित विद्यालय में नियुक्ति नहीं पा सके। समायोजन के लिए दिए प्रत्यावेदन पर सुनवाई न होने से उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के बाहर उन्हें धरना प्रदर्शन करना पड़ा। इसके बाद चयन बोर्ड ने नव चयनितों का समायोजन तो किया, लेकिन 20 से ज्यादा
चयनित शिक्षकों का बदकिस्मती ने यहां भी पीछा नहीं छोड़ा। जिला विद्यालय निरीक्षकों की रिपोर्ट न आने से चयन बोर्ड ने उनका समायोजन रोक दिया। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने यह भर्ती परीक्षा कराई। चयन परिणाम जारी करने के साथ ही चयनितों को विद्यालय आवंटित कर जिलों में पैनल भेज दिया गया। नियुक्ति पाने के लिए चयनित शिक्षक विद्यालय में पहुंचे तो कुछ में पद रिक्त न होने और कुछ विद्यालय दूसरे वर्ग का होने के कारण तीन सौ से ज्यादा शिक्षक निराश हो गए। इन शिक्षकों ने दूसरा विद्यालय आवंटित किए जाने की मांग को लेकर चयन बोर्ड में प्रत्यावेदन दिया। ऐसे में चयन बोर्ड ने 289 चयनितों का समायोजन जिला विद्यालय निरीक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर पिछले दिनों कर दिया। इसमें रिपोर्ट के मुताबिक 23 चयनितों का समायोजन उसी जनपद के दूसरे विद्यालयों में किया गया। चयन बोर्ड के सचिव नवल किशोर के मुताबिक बीस से ज्यादा चयनितों के प्रत्यावेदन अभी समायोजन के लिए लंबित हैं। उनके संबंध में संबंधित जिला विद्यालय निरीक्षकों ने रिपोर्ट नहीं दी है। उसी जनपद में दूसरे विद्यालय में पद रिक्त होने की रिपोर्ट आने पर वहीं समायोजन कर दिया जाएगा। इसके अलावा उस जिले में पद रिक्त न होने की जिला विद्यालय निरीक्षक की रिपोर्ट मिलने पर नए अधियाचन में मिले दूसरे जिले के रिक्त पदों पर समायोजन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।