इस आदेश से नवाचारी शिक्षकों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मिलेगा मौका

बेसिक शिक्षा विभाग से जुड़े शिक्षक सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों पर फिल्म बनाते हुए नजर आएंगे। इसके लिए विभाग की ओर से शैक्षिक फिल्म निर्माण प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इस प्रतियोगिता में शैक्षिक वीडियो व फिल्मों के माध्यम से नवाचारी शिक्षण कराने वाले शिक्षकों को शामिल होकर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा। इसके लिए बेसिक शिक्षा निदेशक डा. सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने बीएसए को पत्र भेजकर ऐसे शिक्षकों को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं, जो इसमें रुचि रखते हों।


शिक्षकों की प्रतिभा निखारने और उनको सामाजिक मुद्दों से जोड़ने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से नई पहल की गई है। परिषदीय विद्यालयों में कई शिक्षक हैं, जो विभिन्न प्रोफेशनल ग्रुप संचालित करते हैं और वाट्सएप के माध्यम से अपने शैक्षिक नवाचारों व गतिविधियों को अन्य शिक्षकों के शैक्षणिक कौशल विकास व विद्यार्थियों के अधिगम स्तर में संवर्धन के उद्देश्य से साझा करते हैं। उन्हीं गतिविधियों के अंतर्गत शिक्षकों द्वारा शैक्षणिक वीडियो व फिल्में भी तैयार करके साझा की जाती है, जो शिक्षा एवं समाज के सरोकारों से जुड़ी होती हैं। कुछ शिक्षक तकनीकी रूप से सक्षम हैं और शैक्षिक फिल्म निर्माण में भी रुचि रखते हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से इसके लिए एक प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसकी तिथि फिलहाल तय नहीं की गई है। शिक्षकों को निर्धारित पांच मिनट की वीडियो शूट करनी होगी। मोबाइल के अलावा कैमरे या अन्य किसी और चीज से बनाई गई वीडियो नहीं ली जाएगी। इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय से आवेदन फार्म प्राप्त कर वीडियो शिक्षा बेसिक शिक्षा निदेशालय स्वयं या डाक के जरिए भेज सकते हैं।


नवाचारी शिक्षकों को इसमें हिस्सा लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। प्रतियोगिता में श्रेष्ठ फिल्मों का चयन कर राज्य स्तर पर चयन होगा और विजेता शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाएगा।

कल्पना सिंह, बीएसए