तालबेहट( ललितपुर)। तरगुवां के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में छात्राओं को गुणवत्ता पूर्ण भोजन न मिलने के मामले ने तूल पकड़ लिया। शनिवार को रसोइया के बाद लेखाकार पर छात्राओं ने शिकायत करने पर धमकाने का आरोप लगाया। आरोप लगाने के दौरान छात्राएं फूट-फूटकर रोईं। छात्राओं का रोते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसके बाद एसडीएम ने नायब तहसीलदार और महिला थाना प्रभारी को मौके पर भेजा। उधर, छात्राओं को गुणवत्ता पूर्ण भोजन नहीं देने पर बीएसए ने वार्डन को पदमुक्त कर दिया।
दरअसल, शुक्रवार को तरगुवां स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं के अभिभावकों ने एसडीएम से छात्राओं को अच्छा खाना न मिलने की शिकायत की थी। जिसके बाद शाम को एसडीएम ने खुद विद्यालय जाकर रसोई घर सहित पूरे परिसर का निरीक्षण किया था। निरीक्षण में भोजन की गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं मिलने पर बीएसए से फोन पर बात की थी और रसोईयों को फटकार लगाई थी। उन्होंने वार्डन को भोजन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए थे।
शनिवार को जिला बेसिक शिक्षाधिकारी रामप्रवेश ने भी विद्यालय का निरीक्षण कर वार्डन एकता पाराशर को पदमुक्त कर पूर्ण कालिक शिक्षिका प्रियंका राठौर को वार्डन का कार्य भार सौंप दिया। इसके बाद रसोई घर की प्रभारी और लेखाकार ने शिकायत करने पर छात्राओं को फटकार लगाई। जिस पर छात्राएं रोने लगीं। इसका किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में छात्राएं कहती दिख रही हैं कि वे खराब खाना नहीं खाएंगीं। मामले की जानकारी मिलने पर एसडीएम ने बीएसए को अवगत कराते हुए मौके पर नायब तहसीलदार ललित कुमार पांडेय और महिला थाना प्रभारी रजनी मिश्रा को भेज कर पूरे मामले की जानकारी मांगी। हालांकि वीडियो किसने बनाया है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।
जानकारी मिलने पर कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया। छात्राओं की समस्याओं को सुना। भोजन गुणवत्ताहीन था। कुछ खाद्यान्न सामग्री काफी पुरानी थी। जिसे हटवा दिया गया है। वार्डन एवं रसोईयों को गुणवत्तापूर्ण भोजन बनाने के निर्देश दिए है।- रामप्रवेश, बीएसए ललितपुर
-- आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं को गुणवत्ता हीन भोजन दिया जाना ठीक नहीं है। छात्राओं को धमकाने की जानकारी मिलने पर नायब तहसीलदार और महिला थाना प्रभारी को मौके पर भेजा था।- एसपी सिंह, उपजिलाधिकारी तालबेहट
- उपजिलाधिकारी के निर्देश पर विद्यालय गया था। वहां बीएसए भी थे। उन्होंने छात्राओं एवं स्टाफ से विस्तृत जानकारी ली।- ललित कुमार पांडेय, नायब तहसीलदार, तालबेहट
छात्राओं को मोबाइल नंबर दे दिया गया है। किसी भी परेशानी या उत्पीड़न में वह सीधे संपर्क कर सकती है।- रजनी मिश्रा, महिला थाना प्रभारी तालबेहट