वाराणसी के पांच विद्यालयों में बने स्मार्ट क्लास, शिक्षक प्रशिक्षण लेने के बाद होंगे तैनात

पूर्वांचल में वाराणसी जनपद के पांच विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की स्थापना की गई है। स्मार्ट बोर्ड के साथ -साथ यहां विजुअल क्लास के संचालन की भी व्यवस्था की गई है। स्मार्ट क्लास का फायदा बच्चों को तभी मिलेगा जब शिक्षक स्मार्ट क्लास के संचालन में दक्ष होंगे। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए जिला बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से सोमवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसके लिए शिक्षकों को विशेष तौर पर दक्ष बनाने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से पहल की गई है। स्‍मार्ट क्‍लास की तैयारियों के क्रम में वाराणसी में यह पहला प्रयास माना जा रहा है। 




स्‍मार्ट क्‍लास के लिए विशेषज्ञ शिक्षकों को स्मार्ट क्लास के संचालन के लिए सविधि प्रशिक्षण देंगे। वहीं दूसरी ओर तकनीकी पहलुओं की भी जानकारी शिक्षकों को दी जाएगी। इस प्रशिक्षण में विद्यालयों के हेडमास्टर और तकनीकी में दक्ष शिक्षक भाग लेंगे। इस बाबत प्रशिक्षण के लिए शिक्षकों की सूची तैयार कर ली गई है। जिसमें प्राथमिक विद्यालय मडुआडीह की सहायक अध्यापिका नीलम राय, प्राथमिक विद्यालय कबीरचौरा की सहायक अध्यापिका मधु सिंह, प्राथमिक विद्यालय मोहनसराय के सहायक अध्यापक सौरव सिंह रावत, प्राथमिक विद्यालय बेसहूपूर के प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक सिद्धार्थ सिंह, प्राथमिक विद्यालय ठठरा के प्रधानाध्यापक, प्राथमिक विद्यालय हाथी वन के सहायक अध्यापक विनय कुमार वर्मा, प्राथमिक विद्यालय करधना के प्रधानाध्यापक व सहायक शिक्षक श्रीकांत सिंह, प्राथमिक विद्यालय गरहा के प्रधानाध्यापक तथा प्राथमिक विद्यालय कालिकाधाम के सहायक अध्यापक आशीष द्विवेदी शामिल हैं।



इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को प्रशिक्षण का सफलतापूर्वक संचालन के साथ सभी शिक्षकों की सहभागिता सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है। ताकि इस प्रशिक्षण का लाभ बच्चों को मिल सके। उन्होंने कहा कि आगे औऱ भी विद्यालयों में स्मार्ट क्लास संचालित किए जाने की योजना है। इसके बाद अगले सत्र से बच्‍चाें को इस प्रकार लाभ मिलने लगेगा।