यूपी बोर्ड से पहले शुरू हो रहीं बेसिक शिक्षा परिषद की परीक्षाओं पर संकट के बादल

मथुरा जनपद में 80 फीसदी से अधिक परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की ड्यूटी यूपी बोर्ड परीक्षा में लगा दी गई है। इससे बेसिक के अधिकांश परिषदीय विद्यालय शिक्षक विहीन या फिर एकल हो गए हैं। इससे 22 मार्च से शुरू होने जा रही कक्षा एक से आठ तक की परीक्षाओं पर संकट के बादल छा गए हैं। इस स्थिति को लेकर शिक्षक  संगठन ही नहीं विभागीय अधिकारी भी उलझन में हैं। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को इसे लेकर पत्र लिखा है। 





उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज की परीक्षाएं 24 मार्च से शुरू हो रही है। 22 मार्च से बेसिक शिक्षा परिषद की परीक्षाओं की शुरूआत होगी बेसिक की परीक्षा 27 मार्च तक हैं, इसके बाद उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन और फिर 31 मार्च को परीक्षा परिणाम घोषित करना है। बेसिक शिक्षा परिषद के इस परीक्षा कार्यक्रम के बीच में यूपी बोर्ड ने जनपद में बेसिक शिक्षा के चार हजार शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक के रूप में तैनात कर दिया है। यह तैनाती इस बार ऑनलाइन की गई है। इस स्थिति के चलते बेसिक के शिक्षकों में उलझन पैदा हो गई है। सोमवार को पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ का प्रतिनिधिमंडल और राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की जिला संचालन समिति ने अलग-अलग बीएसए से मुलाकात की स्थिति को अवगत कराया। इस पर बीएसए ने डीआईओएस को पत्र लिखकर इस समस्या का समाधान निकालने की अपील की है।

बीएसए राजेश कुमार बताया कि ऑनलाइन ड्यूटी प्रक्रिया के चलते जनपद में बेसिक के 80 प्रतिशत शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक बना दिया गया है। इससे अनेक विद्यालय खाली हो रहे हैं। 22 मार्च से शुरू होने वाला बेसिक का परीक्षा कार्यक्रम भी 24 से 27 मार्च के लिए बाधित हो जाएगा। फिलहाल इस समस्या का समाधान डीआईओएस के साथ बैठकर करेंगे।