अमरोहा चुनाव के समय विभिन्न तरह के बहाने बनाकर ड्यूटी कटवाने वाले कई शिक्षक अब बोर्ड परीक्षा में भी ड्यूटी कटवाने के प्रयास में पीछे नहीं हैं। तमाम शिक्षक बीमारी और घर में शादी बता कर ड्यूटी कटवाने की जद्रदोजहद में लगे हैं। ऐसे दस से अधिक शिक्षकों ने प्रार्थना पत्र दिए हैं। लेकिन इस बार शिक्षक और प्रधानाचार्य बीमारी का बहाना बनाकर अवकाश नहीं ले पाएंगे। यदि किसी शिक्षक को बीमारी या परेशानी है तो सीएमओ द्वारा गठित पैनल से प्रमाण पत्र बनवाना होगा। इसके बाद ही अवकाश पर
विचार होगा।
जिलेभर में यूपी बोर्डको हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 24 मार्च से 12 अप्रैल तक चलेगी। जनपद में 76 केंद्रो पर हाईस्कूल में 27300 परीक्षार्थी, इंटर में 25052 परीक्षार्थी में परीक्षा देंगे।
रविवार को सभी परीक्षा केंद्रों पर 24, 25 और 26 मार्च को होने वाले पेपर के प्रश्नपत्रो सुरक्षित रखवा दिए गए हैं। इस बीच संस्थागत और व्यक्तिगत परीक्षाएं एक साथ होगी।
जिला विद्यालय निरीक्षण रामाज्ञा कुमार ने बताया कि पिछले वर्षों में शिक्षकों के अवकाश पर चले जाने के कारण परीक्षाएं संपन्न कराने में दिक्कत आई थी। कई शिक्षक तो ड्यूटी से बचने के लिए प्राइवेट अस्पताल से चिकित्सीय प्रमाणपत्र लगाकर अवकाश ले लेते थे।
इस वजह से परीक्षा केंद्रों पर केंद्र व्यवस्थापकों और क्ष निरीक्षकों की तैनाती में दिक्कत आती है। परीक्षाएं अच्छे से चलें, इसलिए शासन से निर्णय लिया गया है कि जो शिक्षक शिक्षिकाएं चिकित्सकों छुट्टी के लिए आवेदन करेंगे, उनकी बीमारी की पुष्टि सीएमओ द्वारा गठित पैनल करेगा।
उनके प्रमाणपत्र के आधार पर अकश मिले सकेगा। इसके बाद भी शिक्षक परीक्षा से ड्यूटी कटवाने के लिए बीमारी और घर में शादी होने का बहाना बना रहे हैं।