नहीं आए शिक्षा निदेशक, डीपीसी अटकी: आठ साल से लंबित है जीआइसी में प्रवक्ता पद पर पदोन्नति, इंतजार बढ़ा

प्रयागराज : प्रदेश भर के राजकीय इंटर कालेजों में नियुक्त महिला सहायक अध्यापकों (एलटी) की करीब आठ साल से अटकी विभागीय पदोन्नति (डीपीसी) बुधवार को भी नहीं हो सकी। विभागीय पदोन्नति कमेटी की बैठक बुधवार को लोक सेवा आयोग में होनी थी। इसकी सूचना सभी सदस्यों को दी गई थी, लेकिन बोर्ड परीक्षा के चलते उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा के निदेशक विनय कुमार पाण्डेय के न आने से बैठक नहीं हो सकी। अब डीपीसी के लिए आयोग नई तिथि तय करेगा, तब पदोन्नति पर निर्णय हो सकेगा। कुल 11 विषयों हिंदी, संस्कृत, समाज शास्त्र, इतिहास नागरिक शास्त्र, मनोविज्ञान, शिक्षा शास्त्र, अर्थ शास्त्र, रसायन विज्ञान, वाणिज्य और गृह विज्ञान में 738 महिला

सहायक अध्यापकों की डीपीसी अटकी है। शिक्षिकाओं के समर्थन में माध्यमिक शिक्षक संघ की प्रदेश अध्यक्ष छाया शुक्ला, महामंत्री रामेश्वर प्रसाद पाण्डेय ने माध्यमिक शिक्षा मंत्री, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा निदेशक से भी पिछले दिनों मुलाकात की थी। इधर, शिक्षा निदेशालय की ओर से पदोन्नति के लिए शिक्षिकाओं की पत्रावली भेजे जाने के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने विभागीय पदोन्नति कमेटी की बैठक बुधवार को लोक सेवा आयोग में बुलाई थी। विभागीय पदोन्नति कमेटी की बैठक में माध्यमिक शिक्षा निदेशक की उपस्थिति अनिवार्य होती है, माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा की व्यवस्था में लगे होने के कारण वह बैठक में शामिल नहीं हुए। इसके चलते विभागीय पदोन्नति एक बार फिर टल गई। इससे शिक्षिकाओं में निराशा है। शिक्षक संघ के महामंत्री रामेश्वर प्रसाद ने कहा कि बुधवार को सुबह की पाली में सिर्फ इंटरमीडिएट अंग्रेजी की परीक्षा थी, ऐसे में शिक्षा निदेशक बैठक में शामिल हो सकते थे, लेकिन उन्होंने न आकर शिक्षिकाओं की पदोन्नति को लटका दिया।
l