मेडिकल कालेजों में शिक्षकों और कर्मियों के 19376 पदों पर होगी भर्ती, पदों के सृजन को मिली मंजूरी

उत्तर प्रदेश में 14 नए मेडिकल कालेजों में शिक्षकों व कर्मियों के 19376 पदों पर जल्द भर्ती की जाएगी। इन मेडिकल कालेजों में पदों के सृजन की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंजूरी दे दी है। प्रत्येक मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस की सौ-सौ सीटें होंगी। ऐसे में राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) के मानकों के आधार पर पद सृजित किए गए हैं। इसमें 9954 पदों को सीधी भर्ती से भरा जाएगा, 56 पद प्रतिनियुक्ति से भरे जाएंगे और 9366 पद आउटसोर्सिंग के माध्यम से भरे जाएंगे।




उत्तर प्रदेश में जिन 14 जिलों में नए मेडिकल कालेज खोले जा रहे हैं उनमें अमेठी, औरैया, कानपुर देहात, कुशीनगर, कौशांबी, गोंडा, चंदौली, पीलीभीत, बुलंदशहर, बिजनौर, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, सुलतानपुर व सोनभद्र शामिल हैं। प्रत्येक मेडिकल कालेज में 112 पद असिस्टेंट प्रोफेसर, प्रोफेसर व फिजिस्ट आदि के होंगे। वहीं 446 पद सीनियर रेजीडेंट, जूनियर रेजीडेंट व मेडिकल आफिसर और 110 पद चीफ फार्मासिस्ट, डेंटल टेक्नीशियन व फामासिस्ट तथा 110 पद गैर तकनीकी संवर्ग के होंगे।


इस तरह प्रत्येक मेडिकल कालेज में 711 नियमित पद सृजित किए गए हैं। सभी 14 मेडिकल कालेजों में चार-चार पद प्रतिनियुक्ति से भरे जाएंगे यह जूनियर इंजीनियर व वेटनरी आफिसर के होंगे। वहीं हर मेडिकल कालेज में 669 पद आउटसोर्सिंग से भरे जाएंगे। इसमें डिप्टी लाइब्रेरियन, मेडिकल सोशल वर्कर, काउंसलर, कंप्यूटर आपरेटर व डाटा एंट्री आपरेटर के पद शामिल हैं।

प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार की ओर से सभी 14 मेडिकल कालेजों में पदों के सृजन का आदेश जारी कर दिया गया है। फिलहाल इन नए मेडिकल कालेजों के शुरू होने से एमबीबीएस की 1400 सीटें बढ़ जाएंगी। अभी एमबीबीएस की 3828 सीटें हैं। ऐसे में आगे एमबीबीएस सीटें बढ़कर कुल 5228 हो जाएगी।