Basic Shiksha News: दो प्रधानाध्यापक, तीन सहायक व दो शिक्षा मित्रों के वेतन रोकने के निर्देश

गाजीपुर। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा सुधार के लिए बीएसए हेमंत राव मंगलवार को निरीक्षण किया। इस दौरान विद्यालयों में अनुपस्थित मिलने वाले अध्यापकों के वेतन काटने सहित अन्य खामियां मिलने पर स्पष्टीकरण मांगा। स्पष्टीकरण का सहीं जवाब नहीं मिलने कार्रवाई करने की भी चेतावनी दिया।



बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने सदर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बिराइच का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में खामियां मिली। चार अध्यापकों की उपस्थिती मिली। मध्यान भोजन योजना के तहत तीन दिन से 17 जून को 39, 18 जून को 26, 20 जून को 25 छात्रों को उपस्थिती अंकित की गयी थी। जबकि विद्यालय में 15 छात्र छात्राएं मिले। पंजीकरण के सापेक्ष उपस्थिति कम मिली। विद्यालय में रंगाई पुताई नहीं करायी गयी थी। जबकि कंपोजिट ग्रांट की धनराशि विद्यालय में रंगाई पुताई के लिए भेजी गयी थी। शिक्षकों द्वारा डायरी एवं लेसन प्लान का प्रयोग नहीं किया गया था। वहीं विद्यालय बिजली के पोल 40 मीटर दूर थी, लेकिन विद्यालय में कनेक्शन नहीं होने पर प्रधानाचार्य को फटकार लगाते हुए अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने का निर्देश दिया। वहीं इन सभी बिंदुओं पर बीईओ के माध्यम से स्पष्टीकरण मांगा। इसके बाद प्राथमिक विद्यालय चक दराव का निरीक्षण किया। यहां एक प्रधानाध्यापक, तीन सहायक अध्यापक सहित दो शिक्षामित्र कार्यरत है। निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापक स्मृति अनुपस्थित मिले। वहीं सहायक अध्यापक वीरेंद्र कुमार का कोरोना कंट्रोल रूम ड्यूटी बताया गया। कंपोजिट ग्रांट में 50 हजार की धनराशि विद्यालय से प्राप्त हुई थी, जिसका व्यय संतोषजनक नहीं मिला। खेलकूद के सामान की गुणवत्ता सहीं नहीं मिली। विगत वर्ष में 5 कैरम बोर्ड तथा वर्तमान में भी पांच कैरमबोर्ड क्रय हुआ है, जो की आवश्यकतानुसार क्रय न कर के नियम विरुद्ध आवंटित धन का दुरुपयोग किया गया। मीड डे योजना के 15 छात्रों का भोजन बना था, जबकि विद्यालय में एक भी बच्चे नहीं थे। बच्चों की उपस्थिती को लेकर अध्यापकों की कोई रूची नहीं है। कंपोजिट ग्रांट एवं खेलकूद सामग्री से संबंधित बिल एवं स्टाक रजिस्टर संतोषजनक स्थिति में नहीं मिली। बच्चों की उपस्थिति बीते तीन दिनों में शून्य मिलने, कंपोजिट ग्रांट एवं खेल सामग्री का नियमानुसार व्यय न करने, अपूर्ण अभिलेखीकरण के कारण विद्यालय स्टाफ का वेतन अग्रिम आदेश तक रोकने के लिए निर्देशित किया है। वहीं छात्रों की उपस्थिती सहित अन्य बिंदुओं पर बीईओ के माध्यम से स्पष्टीकरण मांगा है। बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा के सुधार के लिए निरीक्षण चलता रहेगा। विद्यालयों में खामियां मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। विद्यालयों में खामियां मिलने पर स्पष्टीकरण मांगी गयी है, वहीं इन विद्यालयों के अध्यापकों का वेतन रोक दिया गया है। स्पष्टीकरण का सहीं जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।