शिक्षिका के अपमानजनक शब्द बोलने पर 12वीं के छात्रा ने पिया जहर

बुलंदशहर। शिक्षिका के अपमानजनक शब्द कहने पर यमुनापुरम स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) की 12वीं की छात्रा ने बृहस्पतिवार को जहर पी लिया। छात्रा की हालत गंभीर बताई जा रही है। छात्रा ने चार पेज का सुसाइड नोट भी लिखा है। उसमें शिक्षिका पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बताया जा रहा है कि छात्रा ने स्कूल के प्रधानाचार्य से भी शिकायत की थी, लेकिन शिक्षिका के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
परिजनों ने बताया कि घर में छात्रा नहाने के लिए गई गई। बाथरूम में ही उसने जहर पी लिया। बेचैनी होने पर शोर मचाया तब उन्हें जानकारी हुई। इसके बाद तत्काल उसे एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। छात्रा का कहना था कि स्कूल की शिक्षिका उसे छह माह से प्रताड़ित कर रही है। बार-बार उसे अपमानजनक शब्द बोलती है। परिजनों ने बताया कि छात्रा ने शिक्षिका के खिलाफ स्कूल प्रधानाचार्य से भी शिकायत की थी, लेकिन उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया। छात्रा ने एक चार पेज के सुसाइड नोट में भी लिखा है। जिसमें उसने शिक्षिका पर गंभीर आरोप लगाए हैं।


आपके इस शब्द से परेशान हो चुकी हूं
छात्रा ने चार पेज के सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं अपने परिवार, दोस्तों से बहुत प्यार करती हूं। अब मैं अपनी जिंदगी से बहुत परेशान हो चुकी हूं। मिसेज...आपको यह लगता है कि आप बहुत अच्छी टीचर हैं, पर नहीं। आप एक बच्ची की मृत्यु का कारण हैं। आपने मुझे बहुत ज्यादा परेशान कर दिया है। अब मेरे अंदर जीने की कोई भी वजह नहीं बची है। मैं .......... नहीं हूं। आपके इस शब्द से मैं बहुत परेशान हो चुकी हूं। मैं अब हमेशा-हमेशा के लिए चैन से सो जाना चाहती हूं। मैं कभी भी इतने डिप्रेशन में नहीं रही। अब मैं जीना नहीं चाहती हूं।
स्कूल ने नहीं दिया पक्ष
इस मामले में स्कूल का पक्ष जानने के लिए प्रधानाचार्य को फोन किया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ मिला। उन्होंने मेसेज का भी कोई जवाब नहीं दिया। पीआरओ और एक अन्य स्टाफ ने फोन तो उठाया लेकिन उनका कहना था कि वह बयान देने के लिए अधिकृत नहीं है। जो भी पक्ष होगा वह प्रधानाचार्य ही बताएंगे।
विधायक ने डीएम-एसएसपी को लिखा पत्र
सदर विधायक प्रदीप चौधरी ने छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीएम-एसएसपी को पत्र लिखा है। विधायक का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन समय रहते छात्रा की शिकायत पर कार्रवाई करता तो छात्रा आत्महत्या का प्रयास नहीं करती।
बार-बार हो रही बदनामी
- छात्रा से छेड़छाड़ के मामले में डीपीएस के एक शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
- छह माह पहले स्कूल की दो छात्राओं से दुष्कर्म का मामला भी प्रकाश में आया था।
मामले में एसपी सिटी सुरेंद्रनाथ तिवारी ने बताय कि अभी तक पीड़ित परिजनों ने कोई शिकायत नहीं दी है। डीपीएस के प्रबंधन ने शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई की बात की है। शिकायत मिलने पर प्रकरण की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।