कार्यकारी प्रधानाध्यापक ने शिक्षिकाओं को बंधक बनाया


बिनौली तितरोदा गांव के प्राथमिक विद्यालय नंबर एक में कार्यकारी प्रधानाध्यापक ने तीन शिक्षिकाओं को कार्यालय में बंधक बना लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ताला खुलवाकर शिक्षिकाओं को बंधन मुक्त कराया। शिक्षिकाओं ने सिंघावली अहौर थाने पर तहरीर देकर विभाग के उच्चाधिकारियों को भी कार्यकारी प्रधानाध्यापक की करतूत की सूचना दी।





तितरोदा प्राथमिक नंबर एक मैं यह मामला शुक्रवार का है। शिक्षिकाओं के बंधक होने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अंजली राठी, अंजली शर्मा, रोना तीनों शिक्षिकाओं स्वमिक विद्यालय तितरौठा न०-1 ने सिंघावली अहोर थाने पर तहरीर देकर बताया कि वे सुबह विद्यालय के कार्यालय में बैठकर बच्चों के नैतिक शिक्षा विषय का पेपर कराने के लिए चर्चा कर रहीं थीं।

इसी दौरान कार्यकारी प्रधानाध्यापक कुलदीप सिंह ने कार्यालय का दरवाजा बंद कर बाहर से ताला लगा दिया। उनके कहने के बावजूद कार्यकारी प्रधानाध्यापक ने ताला नहीं खोला तो उन्होंने फोन से यूपी 112 पुलिस को सूचना दी।


सूचना पर थाना सिंघावली अहीर पुलिस और यूपी 112 के पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और करीब एक घंटे बाद पुलिस ने ताला खुलवाकर शिक्षिकाओं को बाहर निकाला। इस मामले की वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

पीड़ित शिक्षिकाओं ने सिंघावली अहीर थाने पर कार्यकारी प्रधानाध्यापक के विरुद्ध तहरीर देकर करवाई की मांग की। शिक्षिकाओं ने बेसिक शिक्षा महानिदेशक, महिला आयोग और बीएसए को भी शिकायती पत्र भेजा है।


इस संबंध में कार्यकारी प्रधानाध्यापक कुलदीप सिंह का कहना था कि विद्यालय में आने के बाद भी काफी देर तक कार्यालय में बैठे रहने के कारण उन्होंने बाहर से दरवाजा बंद कर दिया था।

उनकी इसमें कोई गलत मंशा नहीं थी। उधर, बीइओ डॉ. बिजेंद्र सिंह का कहना था कि शिकायत मिलने पर वह विद्यालय में गए उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट बीएसए को भेज दी है।