जिले के 740 स्कूलों में होगा सर्वे, परखेंगे हकीकत: इन्हें मिली जिम्मेदारी

 फिरोजाबाद। शासन ने पहला राज्य शैक्षिक उपलब्धि सर्वेक्षण कराने का फैसला लिया गया है। जिले के 740 माध्यमिक व परिषदीय स्कूलों में सर्वे कराया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों की काबिलियत परखने के साथ पढ़ाई की हकीकत पता चलेगी। इस काम की जिम्मेदारी बेसिक शिक्षकों और डीएलएड प्रशिक्षुओं को सौंपी गई है, जिनका प्रशिक्षण 26 अक्तूबर को डायट परिसर में होगा। सर्वे 3 नवंबर को कराया जाएगा, जिसके अंतर्गत चिह्नित स्कूलों में कक्षा तीन, छह और नौ के छात्र-छात्राओं से सवाल पूछे जाएंगे।



तीन नवंबर को पूरे प्रदेश में एक साथ सर्वे होगा। इस स्टेट एजुकेशनल एचीवमेंट सर्वे (एसईएएस-2023) के अंतर्गत कक्षा तीन, छह और नौ के विद्यार्थियों का भाषा एवं गणित विषयों में आकलन किया जाएगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने जिला स्तरीय समन्वयक डायट प्राचार्य और डीआईओएस को नामित किया है। डायट प्राचार्य इस सर्वे का क्रियान्वयन करेंगे तो डीआईओएस को अनुश्रवण एवं अन्य दायित्वों के निर्वहन की जिम्मेदारी मिली है। सर्वे के लिए ब्लाॅक लेवल कोआर्डिनेटर (बीएलसी) और फील्ड इंवेस्टीगेटर (एफआई) नामित किए जाएंगे। स्पष्ट आदेश हैं कि जिस दिन सर्वे कराया जाएगा उस दिन विद्यालयों में बच्चों की शत-प्रतिशत हाजिरी जरूरी है।


इस सर्वे के लिए टेस्ट बुकलेट और ओएमआर शीट दी जाएगी। बेसिक और माध्यमिक के 740 स्कूलों को चिह्नित किया गया है। यह जिम्मेदारी बेसिक शिक्षकों और डीएलएल प्रशिक्षुओं को सौंपी गई है। चिह्नित स्कूलों में परिषदीय, राजकीय, सहायता प्राप्त, वित्तविहीन के साथ ही सीबीएसई के भी कुछ विद्यालय शामिल हैं। सर्वे को लेकर बेसिक और माध्यमिक व डायट ने तैयारियों शुरू कर दी हैं। डायट प्राचार्य बृजेंद्र कुमार ने बताया कि सर्वे का कार्य शुरू कराया जाएगा। जिसे लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। यह पहला शैक्षणिक उपलब्धि सर्वेक्षण होगा।