लखनऊ,दूसरे जिलों से ट्रांसफर होकर राजधानी आए 86 शिक्षकों और प्रधानाचार्यो को तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। ये शिक्षक रोज स्कूल जाकर बच्चों को पढ़ाने के साथ दूसरी जिम्मेदारियां भी निभा रहे हैं। इसके बावजूद अब तक इनका वेतन जारी नहीं हुआ है। ऐसे में कई शिक्षक बचत की रकम से घर चला रहे हैं तो कुछ को बच्चों के गुल्लक तक तोड़ने पड़ गए।
ट्रांसफर के बाद राजधानी आए शिक्षकों
का पूरा डेटा मानव संपदा पोर्टल पर फीड हो चुका है। सर्विस बुक और सैलरी बुक भी ट्रांसफर हो गई है। वेतन के लिए आठ अफसरों ने अलग-अलग जगह हस्ताक्षर भी कर दिए हैं। इसके बावजूद डीआईओएस कार्यालय से इनका वेतन नहीं जारी हो पा रहा।
जारी कर सकते हैं
कंडिशनल वेतन माध्यमिक शिक्षक संघ संयुक्त मोर्चा
के अध्यक्ष सोहन लाल वर्मा का कहना है कि दूसरे जिलों से बालक विद्यालयों में 38 तो बालिका विद्यालय में 48 शिक्षक व प्रधानाचार्य ट्रांसफर होकर आए हैं। विभाग इन शिक्षकों को कंडिशनल वेतन भी जारी कर सकता है, लेकिन जिम्मेदार इसके लिए कोई कदम नहीं उठा रहे। उनका कहना है कि अफसरों को मामले में हस्तक्षेप कर जल्द वेतन जारी करना चाहिए। वहीं, वेतन रोकने के जिम्मेदारों पर कार्रवाई भी होनी चाहिए।