परिषदीय विद्यालय में बच्चों की 60% से कम हाजिरी पर रुकेगा स्टॉफ का वेतन

 

सीतापुर। अब अगर किसी परिषदीय विद्यालय में बच्चों की हाजिरी कम हुई तो उनके गुरुजी का वेतन रुकेगा। इतना ही नहीं उन्हें बकायदा स्पष्टीकरण भी देना पड़ेगा। यह निर्देश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जारी किये हैं।


परिषदीय विद्यालयों में नौनिहालों का विद्यालय में ठहराव सुनिश्चित करने के लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। अगर रोजना नौनिहालों की हाजिरी 60 फीसदी से कम होती है तो प्रधानाध्यापक को चेतावनी दी जाएगी। एक सप्ताह के अंदर सुधार न होने पर पूरे स्टॉफ का वेतन रोक दिया जाएगा। इसको लेकर बीएसए ने सभी बीईओ को सख्त निर्देश जारी किए हैं। रहा है।




जिले के करीब 3500 परिषदीय विद्यालयों में नौनिहालों की रोजाना हाजिरी 50 फीसदी से कम हो रही है। इसका खुलासा बीएसए की समीक्षा बैठक में


हुआ। कई बार बीएसए व बीईओ के निरीक्षण में भी यह बात खुलकर सामने आ चुकी है। इधर, शासन नौनिहालों की हाजिरी बढ़ाने के लिए भरसक प्रयास कर


इस पर बीएसए ने नई रणनीति तैयार की है। जिसके जरिए कहा है कि प्रत्येक विद्यालय में 60 फीसदी से कम हाजिरी नहीं होनी चाहिए। बीईओ इसकी लगातार


मॉनीटरिंग करें। अगर इससे कम है तो पहले प्रधानाध्यापक को नोटिस दी जाएगी।


एक सप्ताह में सुधार करने की चेतावनी दी जाएगी। उसके बाद भी सुधार न होने पर पूरे स्कूल के स्टॉफ का वेतन रोक दिया जाएगा। इसी तरह जिन विद्यालय में मानक के अनुसार शिक्षकों की तैनाती है। वहां पर इसे बढ़ाकर 70 फीसदी कर दिया गया है। इससे कम हाजिरी पर कार्रवाई होगी।


अनुपस्थिति का अलग से बनेगा रजिस्टर


विद्यालय में रोजाना हाजिरी का रजिस्टर तो बनता ही है। अब अलग से सप्ताह में दो से तीन दिन तक लगातार अनुपस्थित रहने वाले नौनिहालों का अलग से रजिस्टर बनाया जाएगा। प्रधानाध्यापक इसकी समीक्षा करेंगे। अनुपस्थित रहने वाले नौनिहालों के अभिभावकों से मिलेंगे। उनको अपने नौनिहालों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेंगे।


66 जांच के बाद होगी कड़ी कार्रवाई


सभी शिक्षकों को स्कूल में बच्चों की हाजिरी न्यूनतम 60 फीसदी करने के निर्देश दिए हैं। इसमें सुधार न होने पर कार्रवाई की जाएगी। यदि कहीं से कोई शिकायत मिली तो जांच कर कार्रवाई करेंगे।


– अखिलेश प्रताप सिंह, बीएसए