नई दिल्ली। स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों पर यूजीसी मानदंडों के मसौदे के अनुसार चार साल की स्नातक डिग्री वाले छात्रों को एक साल की मास्टर डिग्री हासिल करने की अनुमति दी जा सकती है।
सभी पीजी छात्र विषयों को बदलने या ऑफलाइन, दूरस्थ, ऑनलाइन और हाइब्रिड सहित सीखने के वैकल्पिक तरीकों पर स्विच करने में सक्षम होंगे। यूजीसी ने पीजी पाठ्यक्रमों के लिए एक मसौदा पाठ्यक्रम और क्रेडिट ढांचा तैयार किया है, जिसे जल्द डोमेन में रखा जाएगा।