निर्देश : विश्वविद्यालय चार तक कराएं प्रायोगिक परीक्षाएं



लखनऊ,। शासन के उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों के लिए संशोधित शैक्षिक कैलेंडर जारी किया है। इसमें सभी विश्वविद्यालयों को चार दिसंबर तक विषम सेमेस्टर की प्रायोगिक परीक्षाएं पूरी करा लेने के निर्देश दिए गए हैं।



विशेष सचिव गिरिजेश कुमार त्यागी की ओर से जारी शैक्षिक सत्र 2023-24 के इस संशोधित शैक्षिक कैलेंडर में विषम सेमेस्टर यानी प्रथम, तृतीय और पंचम सेमेस्टर की प्रायोगिक परीक्षाएं चार दिसंबर तक और सेमेस्टर परीक्षाएं पांच दिसंबर से 20 दिसंबर तक कराने को कहा गया है।


विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में शीतावकाश 25 दिसंबर 2023 से पांच जनवरी 2024 तक होगा। प्रथम सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम घोषित होने की अंतिम तिथि 30 दिसंबर 2023 होगी। शासन ने सम सेमेस्टर यानी द्वितीय, चतुर्थ और षष्टम सेमेस्टर की प्रायोगिक परीक्षाएं 14 मई और सेमेस्टर की परीक्षाएं 15 मई से 30 मई तक कराने का निर्देश दिया है। सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम घोषित करने की अंतिम तिथि 15 जून होगी। ग्रीष्मावकाश एक जून 2024 से 30 जून 2024 तक होगा। वार्षिक प्रणाली के लिए शासन ने प्रायोगिक परीक्षाएं संपन्न कराने की अंतिम तिथि 14 मई, वार्षिक परीक्षाएं कराने की तिथि 15 से 30 मई और परीक्षा परिणाम घोषित करने की अंतिम तिथि 16 जून 2024 तय की है। शासन ने संशोधित शैक्षिक कैलेंडर का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया है।



पहली बार प्रैक्टिकल परीक्षा का लाइव प्रसारण हुआ

प्रयागराज। प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) राज्य विश्वविद्यालय से संबद्ध मंडल के (प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशाम्बी और फतेहपुर) महाविद्यालयों में पहली बार प्रैक्टिकल परीक्षा लाइव प्रसारण के साथ गुरुवार से शुरू हुई। कॉलेजों ने प्रयोगात्मक परीक्षा को यूट्यूब चैनल पर प्रसारित किया। विज्ञान संकाय के भौतिक, जीव विज्ञान और कला संकाय के समाजशास्त्रत्त् विषय की प्रायोगिक और मौखिक परीक्षा हुई। परीक्षा में पारदर्शिता के लिए लाइव प्रसारण की व्यवस्था की गई।