प्रधानाचार्य पर गबन का केस


बाराबंकी। हैदरगढ़ स्थित सहायता प्राप्त राष्ट्रीय इंटर कॉलेज रनापुर फिर एक बार सुर्खियों में आ गया है। कॉलेज के प्रबंधक ने मुकदमा लिखाकर कार्यवाहक प्रधानाचार्य प्रवक्ता समेत चार लोगों पर गबन, धोखाधड़ी व चोरी का आरोप लगाया है। तहरीर में कहा गया है कि कॉलेज के संयुक्त खाते के अलावा अलग बैंक खाता खोलकर धनराशि उसमें जमा करवाकर 18 लाख से अधिक की धनराशि हड़प ली गई।


राष्ट्रीय इंटर कॉलेज के प्रबंधक सुनील कुमार सिंह ने हैदरगढ़ कोतवाली में दी गई तहरीर में कहा है कि कॉलेज के कार्यवाहक प्रधानाचार्य राम कुमार शुक्ल ने सोची समझी रणनीति कर अपराधिक षड्यंत्र रचा। जिसमें प्रवक्ता भगत सिंह, व्यायाम शिक्षक राकेश कुमार सिंह व चतुर्थ श्रेणीकर्मी मथुरा प्रसाद मौर्य ने कार्यवाहक प्रधानाचार्य संग कोआपरेटिव बैंक की हैदरगढ़ शाखा में फर्जी दस्तावेज के आधार पर फर्जी खाता खोल लिया। जबकि कॉलेज का खाता पहले से था। जिसमें भुगतान का अधिकार समिति ने प्रबंधक को दे रखा था। मगर नया खाता खोलकर इन लोगों ने प्रधानाचार्य को खाते में हस्ताक्षर का अधिकार गैर कानूनी तरीके से दे दिया।

18 लाख 91 हजार 804 रुपए हड़पे : प्रबंधक सुनील कुमार सिंह ने कहा कि कार्यवाहक प्रधानाचार्य ने उक्त लोगों के साथ मिलकर शिक्षण शुल्क से होने वाली आय आदि को पुराने खाते के बदले नए खाते में जमा करवा लिया। विभिन्न स्रोतों से करीब 18 लाख 91 हजार 804 रुपए खाते में डालकर व बिना जमा कराए ही हड़प लिए।

कार्यवाहक प्रधानाचार्य राम कुमार शुक्ल ने वित्तविहीन प्रयोगशाला कक्ष का ताला तोड़कर वित्तविहीन से संबंधित समस्त पत्रावली व अभिलेख भी चोरी कर लिए। उल्लेखनीय है कि उक्त कॉलेज में साइंस की मान्यता वित्तविहीन के रूप में है। उक्त धनराशि को जब नियमित खाते में जमा कराने के लिए कहा गया तो उक्त लोग आमादा फौजदारी होकर गाली-गलौज करने लगे और धमकी दी कि रुपयों को भूल जाओ। प्रबंधक की तहरीर पर पुलिस ने कार्यवाहक प्रधानाचार्य रामकुमार शुक्ल के साथ चारो आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, गबन, चोरी, धमकी देना आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि मामले की विवेचना की जा रही है।

छात्रों से अवैध शुल्क लिया : हैदरगढ़। प्रबंधक सुनील कुमार सिंह ने कोतवाली में दी गई तहरीर में कहा कि कार्यवाहक प्रधानाचार्य व उसके अन्य तीन सहयोगियों ने मिलीभगत कर वर्ष 2022-23 व वर्ष 2023-24 में प्रवेश शुल्क के नाम पर छात्रों से अवैध वसूली भी की। इन लोगों द्वारा प्रति छात्र चार-चार सौ रुपए वसूलकर सात लाख 87 हजार दो सौ रुपए नए खाते में जमा कर हड़प लिए गए।

कार्यवाहक प्रधानाचार्य ने पेरेंट्स टीचर एसोसिएशन के नाम पर भी छात्रों से एक लाख 93 हजार एकत्र किए।
और उसे अपने निजी खाते में जमा करा दिया गया।

इस प्रकार उक्त सभी आरोपियों द्वारा छात्रों का भी आर्थिक दोहन किया है।