क्या आपको पता है इन देशों में लाल पेन से ल‍िखने पर है प्रतिबंध, जानिए इसके पीछे का कारण

क्या आपको पता है इन देशों में लाल पेन से ल‍िखने पर है प्रतिबंध, जानिए इसके पीछे कौन से कारण है जो यह निम्न देश लाल पेन का प्रयोग करना उचित नहीं समझते हैं. तो चलिए स्टार्ट करते हैं आज का टॉपिक 




लाल पेन से ल‍िखने पर प्रतिबंध:

दक्षिण कोरिया:

  • अंधविश्वास: लाल रंग को मृत्यु और खतरे से जोड़ा जाता है।
  • मान्यता: लाल पेन से किसी का नाम लिखने से उसकी मृत्यु हो सकती है।
  • प्राचीन परंपरा: मृतकों के नाम लाल रंग में लिखे जाते थे।
  • सामाजिक तौर पर बुराई: लाल पेन का उपयोग अशुभ माना जाता है।
  • बच्चों को बचाना: लाल पेन बच्चों की पहुंच से दूर रखा जाता है।
  • शिक्षा में भी प्रतिबंध: स्कूलों में लाल पेन का उपयोग वर्जित है।

तुर्की:

  • नकारात्मक भावनाएं: लाल रंग को क्रोध और खतरे से जोड़ा जाता है।
  • सरकारी दस्तावेजों में प्रतिबंध: लाल पेन का उपयोग सरकारी दस्तावेजों में स्वीकार नहीं किया जाता है।
  • अनौपचारिकता: लाल पेन को अनौपचारिक और गैर-गंभीर माना जाता है।
  • सम्मान: नीले रंग को अधिक सम्मानजनक माना जाता है।

चीन:

  • सकारात्मक और नकारात्मक अर्थ: लाल रंग का सकारात्मक और नकारात्मक दोनों अर्थ है।
  • शुभ: शादी, जन्मदिन और त्योहारों पर लाल रंग का उपयोग शुभ माना जाता है।
  • अशुभ: मृत्यु और शोक में लाल रंग का उपयोग अशुभ माना जाता है।
  • सावधानी: लाल पेन का उपयोग करते समय सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

जापान:

  • शिक्षा में उपयोग: लाल पेन का उपयोग शिक्षा में गलतियों को दर्शाने के लिए किया जाता है।
  • अन्य उपयोग: लाल पेन का उपयोग अन्य औपचारिक कार्यों में नहीं किया जाता है।

अन्य देश:

  • पुर्तगाल: लाल रंग को अशुभ माना जाता है।
  • इटली: लाल रंग को खतरे से जोड़ा जाता है।
  • फ्रांस: लाल पेन का उपयोग औपचारिक कार्यों में नहीं किया जाता है।

ध्यान दें:

  • लाल पेन से लिखने पर प्रतिबंध वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित नहीं है।
  • यह अंधविश्वास और सांस्कृतिक मान्यताओं पर आधारित है।

निष्कर्ष:

लाल पेन से लिखने पर प्रतिबंध विभिन्न देशों में अलग-अलग कारणों से है। यह अंधविश्वास, सांस्कृतिक मान्यताओं और परंपराओं पर आधारित है।