शोषण की नीति का विरोध करेगा शिक्षक संघ, ऑनलाइन उपस्थिति अव्यवहारिक नीतिः प्रांतीय अध्यक्ष


झाँसी। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष सुशील कुमार पाण्डेय ने पदाधिकारियों की बैठक ली। इसमें बताया गया कि ऑनलाइन उपस्थिति का पत्र के माध्यम से किए गए विरोध को विभाग द्वारा संज्ञानित नहीं किया गया है। महानिदेशक, प्रमुख सचिव के समक्ष संगठन द्वारा बात रखी जाएगी और उन्हे अपनी 22 सूत्रीय मांग सौंपी जाएगी। बगैर इन समस्याओं के निराकरण के ऑनलाइन जैसी अव्यवहारिक नीति का विरोध जारी रहेगा। इसमें जनपदीय नेतृत्व ने द्वारा धरना प्रदर्शन का सुझाव प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष रखा गया।



प्रांतीय नेतृत्व ने शासन से वार्ता उपरान्त निर्णय लेने के लिए कहा। साथ ही जनपद स्तर पर बीएसए द्वारा भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली परंपराओं को बढ़ाने की जानकारी प्रदेश नेतृत्व के समक्ष रखी गई। इसमें निलंबन और बहाली का खेल को लेकर अवगत कराया गया। वहीं शिक्षक संघ से तिथि निर्धारित कर जनपदीय स्तर पर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से वार्ता का पत्र जारी कराए जाने की बात कही गई। वहीं एनजेसीए के बैनर तले चल रहे ओपीएस आन्दोलन को लेकर वार्ता हुई।


झांसी से जिलाध्यक्ष जितेन्द्र दीक्षित के संयोजन में कार्यकारिणी ने शिक्षकों की समस्याओं से प्रांतीय नेतृत्व को अवगत कराया। यह जानकारी देते हुए जिला प्रवक्ता अब्दुल नोमान ने बताया कि शिक्षक संघ पुरानी पेंशन बहाली आन्दोलन में अग्रणी रहेगा। साथ ही शोषण नीति का विरोध करेगा।