अभ्यर्थी बोले, फिर परीक्षा कराए सरकार: यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का आरोप


यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को ईको गार्डन में जोरदार प्रदर्शन किया। हजारों की संख्या में ईको गार्डन में जमा हुए अभ्यर्थियों ने पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा दोबारा कराए जाने की मांग की। अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अभ्यर्थी शाम तक ईको गार्डन में जमा रहे। इस दौरान ईको गार्डन में बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी बल भी मौजूद रहा। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे पांच लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल का पुलिस भर्ती बोर्ड के अधिकारियों से वार्ता भी कराई गई। पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा 17 और 18 फरवरी को चार पालियों में आयोजित की गई थी।

पुलिस भर्ती के अभ्यर्थियों के समर्थन में अपना दल (कमेरावादी) की नेता व सिराथू से विधायक पल्लवी पटेल ने ईको गार्डन पहुंच कर अभ्यर्थियों का समर्थन किया। अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पेपर लीक जैसी समस्या प्रदेश में छोटी बात नहीं है। यह सरकार में बैठे लोगों का षड़यंत्र है। प्रदेश के युवा और नवजवानों का वर्तमान और भविष्य को खत्म करने की साजिश चल रही है। उन्होंने कहा कि पीपर लीक होने जैसी चीजों से प्रदेश के युवाओं का भविष्य खत्म हो रहा है। वह अपने भविष्य को लेकर चिंतित है। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर इन शोषणकारियों का सामना करना होगा, मिलकर लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि वह पूरी ताकत के साथ सड़क से लेकर सदन तक अभ्यर्थियों के साथ खड़ी हैं।


भर्ती बोर्ड से हुई वार्ता इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पांच लोगों को उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अपर सचिव से वार्ता के लिया भेजा।प्रतिनिधिमंडल में शामिल स्वप्निल अग्रवाल ने बताया कि वार्ता के दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों को पेपर लीक के संबंध में कई साक्ष्य सौंपे। बताया कि अधिकारियों ने जांच का आश्वासन दिया है। प्रतिनिधिमंडल में रवि तिवारी, आरएस पैलवार, आलोक शुक्ला, मारुफ शामिल थे। वह सभी ऑनलाइन और ऑफलाइन कोचिंग संचालक हैं।