रास्ते का समाधान न मिला प्राथमिक स्कूल के गेट पर जड़ा ताला

 

9 फरवरी 2024: बिलखौरा खुर्द और कलां के ग्रामीणों का आक्रोश सड़क की बदहाली को लेकर बढ़ता जा रहा है। 8 फरवरी को ग्रामीणों ने प्राथमिक विद्यालय बिलखौरा खुर्द, पूर्व माध्यमिक विद्यालय बिलखौरा कलां एवं प्राथमिक विद्यालय बिलखौरा कलां के स्कूलों पर ताला जड़ दिया और अपने बच्चों को पढ़ने नहीं भेजा। ग्रामीणों ने स्कूल के द्वार पर "रोड नहीं तो वोट नहीं, शिक्षा भी नहीं" के बैनर लटकाकर प्रदर्शन किया।



ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की हालत बहुत खराब है। गड्ढों और कीचड़ के कारण सड़क से गुजरना मुश्किल है। इससे बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी होती है। ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन से सड़क की मरम्मत की मांग की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।


इससे गुस्साए ग्रामीणों ने स्कूलों पर ताला जड़कर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक सड़क की मरम्मत नहीं होती, वे अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे।


प्रदर्शन के मुख्य बिंदु:


सड़क की बदहाली से बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी

ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन से सड़क की मरम्मत की मांग की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई

ग्रामीणों ने स्कूलों पर ताला जड़कर विरोध प्रदर्शन किया

ग्रामीणों ने कहा कि जब तक सड़क की मरम्मत नहीं होती, वे अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे

आगे की क्या योजना है:


ग्रामीणों ने कहा कि यदि उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो वे और भी बड़ा प्रदर्शन करेंगे।


जर्जर सड़क को दुरुस्त कराने के लिए कोई समाधान नहीं मिला है। इस कारण ग्रामीणों को लगता है कि अगर हम विद्यालय बंद कर देंगे तो उनके रास्ते का समाधान मिल सकेगा। ग्रामीणों ने गेट बंद कर बैनर लटका दिया है। हम लोगों को स्कूल के अंदर प्रवेश करने नहीं दिया है। हमने उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया है। -अनीता कुमारी, प्रधानाध्यापिका, प्राथमिक विद्यालय बिलखौरा खुर्द

जब तक सड़क नहीं बनेगी, तब तक वह अपने बच्चों को नहीं भेजेंगे। स्कूल भी नहीं खोलने देंगे। कोई भी जनप्रतिनिधि आज तक हमारी समस्या सुनने नहीं आया है न कोई अधिकारी हमारी समस्या सुनने को तैयार है। हम इस बार लोकसभा चुनाव का भी विरोध कर बहिष्कार करेंगे। -पुरुषोत्तम शर्मा, बिलखौरा खुर्द

प्राथमिक विद्यालय बिलखौरा खुर्द के गेट पर बैनर लटका दिया है। तब तक स्कूल नहीं खोलने देंगे, जब तक हमारे गांव की सड़क बनकर तैयार नहीं हो जाती। पिछली बार भी विधानसभा चुनाव के दौरान ग्रामीणों ने बहिष्कार किया था, लेकिन आज तक कोई समस्या का समाधान नहीं हुआ है। -योगेश कुमार, बिलखौरा कलां