परिषदीय स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता देखेगी टास्क फोर्स

बुलंदशहर, परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई शुरू होने के बाद शासन ने अब गुणवत्ता की जांच शुरू करा दी है। स्कूलों में टास्क फोर्स बनाकर शैक्षणिक गुणवत्ता को परखा जाएगा। एक सप्ताह में दो या चार दिन ब्लॉकवार स्कूलों का निरीक्षण किया जाएगा और इसकी रिपोर्ट शासन को जाएगी। स्कूल महानिदेशक के निर्देश आने के बाद विभाग ने टास्क फोर्स बनाने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 की शुरूआत हो चुकी है। शासन का जोर स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार का है और इस पर बड़े जोर से कार्य चल रहा है। हालांकि स्कूलों में काफी हद तक गुणवत्ता में सुधार हो चुका है और अफसरों द्वारा मेहनत की जा रही है। बीएसए ने बताया कि स्कूलों में टास्क फोर्स गुणवत्ता जांची जाएगी। संबंधित ब्लॉक के बीईओ, एआरपी व अन्य विभागों के अधिकारी भी शामिल होंगे। बताया गया कि जिला स्तर पर गुणवत्ता की समीक्षा होने के बाद इसे शासन में भेजा जाएगा और फिर से आगे के लिए निर्देश दिए जाएंगे।




इन विषयों की देखी जाएगी गुणवत्ता


विभाग के अनुसार स्कूलों में सभी विषयों की शैक्षणिक गुणवत्ता को देखा जाएगा। इसमें हिंदी, गणित, विज्ञान व अंग्रेजी विषय मुख्य रूप से शामिल होंगे। जांच के दौरान स्कूलों में शैक्षणिक व्यवस्था, बच्चों की उपस्थिति, शिक्षक एवं बच्चों का अनुपात और साफ-सफाई सहित अन्य सुविधाओं को देखा जाएगा। जिले की बात करें तो यहां 1869 परिषदीय स्कूल हैं और इन सभी में ब्लॉकवार टास्क फोर्स बनेगी। डीएम या फिर सीडीओ की निगरानी में टास्क फोर्स कार्य करेगी।



परिषदीय स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता को परखने के लिए टास्क फोर्स बनाई जाएगी। स्कूल महानिदेशक ने इसके लिए निर्देश दिए हैं। यदि किसी स्कूल में गुणवत्ता खराब मिलती है तो संबंधित विद्यालय के स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई होगी।



-डा. लक्ष्मीकांत पांडेय, बीएसए