लखनऊ। विश्वविद्यालयों व डिग्री कॉलेजों में अब वार्षिक एक्टिविटी कैलेंडर बनाया जाएगा। शैक्षिक कैलेंडर की तर्ज पर सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को यह कैलेंडर भी तैयार करना होगा। जिसमें वर्ष भर होने वाली को-करिकुलर व गैर शैक्षिणिक एक्टिविटी के बारे में पूरी जानकारी देनी होगी।
पढ़ाई के साथ-साथ विद्यार्थियों के व्यक्तित्व के संपूर्ण विकास करने को यह कदम उठाया जा रहा है। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से सभी विश्वविद्यालयों व डिग्री कॉलेजों को निर्देश दिए गए हैं। प्रमुख सचिव, उच्च शिक्षा एमपी अग्रवाल की ओर से नए शैक्षिक सत्र 2025-26 में शैक्षिक व गैर शैक्षिक गतिविधियों के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
वार्षिक एक्टिविटी कैलेंडर तैयार किए जाने से उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम और अन्य गतिविधियां आयोजित की जाएं। विद्यार्थियों को तनाव मुक्त शिक्षा व मनपसंद क्षेत्र में करियर बनाने का अवसर मिलेगा। उन्हें यहां पर एक ऐसा मंच मिलेगा, जिसके माध्यम से वह अपनी छिपी प्रतिभा को निखार सकेंगे। यह पहला अवसर है जब इस तरह से अलग एक्टिविटी कैलेंडर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
यही नहीं सतत मूल्यांकन के साथ वर्णनात्मक व बहुविकल्पीय प्रश्न परीक्षा में पूछे जाएंगे। सम सेमेस्टर की परीक्षाओं में बहुविकल्पीय प्रश्न और विषम सेमेस्टर में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे जाएंगे। सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को निर्देश दिए गए हैं कि वह शैक्षिणिक कार्य को पूरा करने के लिए जरूरत के अनुसार अतिरिक्त कक्षाएं भी लगाएंगे। हर हाल में विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम पूरा कराना होगा।