12 June 2025

पांच साल में दोगुने हो जाएंगे लू के दिन


पांच साल में दोगुने हो जाएंगे लू के दिन 

रिपोर्ट के अनुसार पिछले 22 माह में 21 महीने धरती का तापमान पूर्व औद्यौगिक काल (वर्ष 1850 से 1900 तक) के औसत से 1.5 डिग्री अधिक था। जून 2024 से मई 2025 में, वर्ष 1850-1900 बेंचमार्क की तुलना में धरती 1.57 डिग्री सेल्सियस गर्म रही।




नई दिल्ली, एजेंसी। जलवायु परिवर्तन के कारण देशभर में अत्यधिक गर्मी और बारिश की घटनाओं में बड़ी वृद्धि का अनुमान है। अगले पांच वर्षों में यानी 2030 तक दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, सूरत, ठाणे, हैदराबाद, पटना, भुवनेश्वर जैसे शहरों में लू के दिन दोगुने हो जाएंगे। आईपीई ग्लोबल और इसरी इंडिया के अध्ययन में गर्म दिनों के बढ़ने का दावा किया गया है।


अध्ययन के अनुसार, पिछले तीन दशक (1993 से 2024 के बीच) में भारत में मार्च-अप्रैल-मई व जून-जुलाई अगस्त-सितंबर में अत्यधिक गर्मी के दिनों में 15 गुना वृद्धि हुई है। यह अध्ययन क्लाइमेट रिस्क ऑब्जर्वेटरी टूल पर आधारित है। इसे आईपीई ग्लोबल और एसरी इंडिया ने विकसित किया है।



बारिश की घटनाओं में 43 फीसदी वृद्धि होगी


 

वर्ष 2030 तक भारत में अत्यधिक बारिश की घटनाओं में 43% की वृद्धि होने का अंदेशा है। इससे देश के अधिकांश हिस्से अधिक गर्म और आर्द्र हो जाएंगे। अध्ययन के प्रमुख लेखक अविनाश मोहंती ने कहा कि अध्ययन के निष्कर्ष बताते हैं कि 2030 तक स्थिति और भी गंभीर होने जा रही है। अल नीनो, ला नीना जैसी मौसम संबंधी घटनाएं मजबूत होंगी, जिसके चलते अत्यधिक गर्मी, बाढ़, तूफान जैसी स्थितियों में अचानक वृद्धि होगी।