26 July 2025

आगामी 8वें वेतन आयोग लगने पर सैलरी में बड़ी बढ़ोतरी की आस लगाए कर्मचारियों को लग सकता जोरदार झटका, देखें कहां पर है पेंच

 केंद्र सरकार के 33 लाख से अधिक कर्मचारी और 66 लाख से ज्यादा पेंशनभोगी 8वें वेतन आयोग के लागू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, वेतन और पेंशन में अपेक्षित बढ़ोतरी की उम्मीदों पर कुछ हद तक पानी फिर सकता है। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 8वें वेतन आयोग का फिटमेंट फैक्टर 1.8 हो सकता है, जिससे वास्तविक वेतन (रियल पे) में लगभग 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने की संभावना है। यह जानकारी इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में सामने आई है।


7वें वेतन आयोग में कितनी हुई थी वेतन वृद्धि?

एंबिट कैपिटल की एक पुरानी रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर 2025 में समाप्त होने वाले 7वें वेतन आयोग में वेतन में 14.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। कोटक की हालिया रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.8 के आसपास रह सकता है। केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की वेतन या पेंशन वृद्धि पूरी तरह से वेतन आयोग द्वारा सुझाए गए फिटमेंट फैक्टर या मल्टीप्लायर पर निर्भर करती है। फिटमेंट फैक्टर का उपयोग कर्मचारी की मौजूदा बेसिक सैलरी के आधार पर नई बेसिक सैलरी की गणना के लिए किया जाता है। उदाहरण के तौर पर, 7वें वेतन आयोग में 2.57 का फिटमेंट फैक्टर तय किया गया था, जिसके चलते कर्मचारियों की न्यूनतम मासिक बेसिक सैलरी 7,000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये हो गई थी।

 

कब और कितनी बढ़ी कर्मचारियों की वास्तविक सैलरी?

यह समझना जरूरी है कि 2.57 फिटमेंट फैक्टर का मतलब यह नहीं है कि कर्मचारियों की सैलरी 2.57 गुना बढ़ जाएगी। यह फैक्टर केवल बेसिक सैलरी पर लागू होता है और उसी में वृद्धि होती है। यदि पिछले वेतन आयोगों की बात करें तो वास्तविक वेतन में वृद्धि इस प्रकार रही है:

- दूसरा वेतन आयोग: 14.2%

- तीसरा वेतन आयोग: 20.6%

- चौथा वेतन आयोग: 27.6%

- पांचवां वेतन आयोग: 31%

- छठा वेतन आयोग: 54%

- सातवां वेतन आयोग: 14.3%


8वें वेतन आयोग के लागू होने का इंतजार कर रहे कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को इस बार भी उचित बढ़ोतरी की उम्मीद है, लेकिन फिटमेंट फैक्टर के आधार पर वृद्धि सीमित हो सकती है।