08 July 2025

परिषदीय शिक्षकों-बच्चों को राह दिखाएंगे एमएनएनआईटी के विशेषज्ञ

 

खास-खास


● शिक्षकों के लिए नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम


● छात्रों के लिए विज्ञान और तकनीक पर केंद्रित कार्यशालाएं


● प्रोजेक्ट-आधारित शिक्षण को बढ़ावा


● डिजिटल उपकरणों के बेहतर उपयोग की जानकारी



प्रयागराज,  भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर और मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) के विशेषज्ञ उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को राह दिखाएंगे। समग्र शिक्षा अभियान के तहत शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग में नौ अप्रैल को हुई 2025-26 शैक्षिक सत्र की प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की बैठक में इस अनूठी पहल को मंजूरी दी गई है। इस कार्यक्रम के लिए तकरीबन 49 लाख रुपये के बजट की मंजूरी मिली है।


इस योजना का उद्देश्य न केवल शिक्षकों को तकनीकी और शैक्षणिक सहायता प्रदान करना है, बल्कि बच्चों को भी विज्ञान, गणित और तकनीकी शिक्षा के प्रति प्रेरित करना है। राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत प्रदेश के शीर्ष दोनों तकनीकी संस्थानों के विशेषज्ञ 44499 परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों और विद्यार्थियों को सीखने, बढ़ने और सफल होने में मार्गदर्शन देंगे। शिक्षा मंत्रालय की यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप है, जो समावेशी, नवाचार-प्रधान और गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रणाली पर बल देता है।


इसके अलावा आईआईटी कानपुर द्वारा ऑनलाइन ग्रामीण शिक्षा (ओआरईआई) पहल की भी मंजूरी मिली है। इसमें आईआईटी कानपुर के छात्र स्वयंसेवक दूर-दराज के ग्रामीण स्कूलों तक पहुंच रहे हैं और बच्चों को विज्ञान और गणित पढ़ा रहे हैं। पिछले साल यूपी के 150 छात्रों (प्रत्येक जिले से दो) के लिए राष्ट्रीय विज्ञान संस्थानों जैसे इसरो, सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा, आईआईटी, विज्ञान पार्क, विज्ञान संग्रहालय आदि के लिए पांच दिवसीय भ्रमण की भी सिफारिश की गई थी।