प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने सत्र जुलाई 2025-26 की प्रवेश प्रक्रिया सोमवार से शुरू कर दी। कुलपति प्रो. सत्यकाम ने प्रवेश प्रक्रिया की शुरुआत की। इस बार सभी प्रवेश समर्थ पोर्टल के माध्यम से होंगे। खास यह कि इस बार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए बाल विकास एवं पोषण पर छह माह का प्रमाणपत्र कार्यक्रम शुरू किया गया है।
उद्घाटन सत्र में स्पॉट एडमिशन लेने वाले एमजे प्रथम वर्ष के छात्र आवेश कुमार मौर्य को कुलपति प्रो. सत्यकाम ने पाठ्य सामग्री प्रदान की। आवेश कुमार ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुक्त विश्वविद्यालय की पाठ्य सामग्री स्तरीय होने के कारण उन्होंने दूरस्थ शिक्षा से पढ़ाई करने का निर्णय लिया।
कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए तैयार किए गए प्रमाण पत्र कार्यक्रम में निशुल्क प्रवेश की पहल की है। इसी कड़ी में उद्घाटन अवसर पर दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं शकुंतला व पुष्पा पटेल को बाल विकास एवं पोषण शिक्षा प्रमाण पत्र कार्यक्रम में निशुल्क प्रवेश दिया गया। कुलपति ने बताया कि बाल विकास एवं पोषण के सर्टिफिकेट कोर्स में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए प्रवेश निशुल्क है।
उन्हें केवल परीक्षा शुल्क जमा करना होगा। प्रति प्रश्नपत्र डेढ़ सौ रुपये के हिसाब से चार प्रश्नपत्रों के लिए छह सौ रुपये शुल्क जमा करना होगा। छह माह के कार्यक्रम को अधिकतम दो साल में पूरा करना होगा। मुक्त विश्वविद्यालय के एकलव्य एप व वेबसाइट पर पाठ्य सामग्री निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। यदि
मुक्त विश्वविद्यालय
पुस्तक के रूप में पाठ्यक्रम सामग्री चाहिए तो इसके लिए एक हजार रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है। वीसी प्रो. सत्यकाम ने बताया कि अन्य पाठ्यक्रमों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को निशुल्क प्रवेश देने के लिए प्रायोजक ढूंढ़े जा रहे हैं। अगर प्रायोजक मिल जाते हैं तो अन्य पाठ्यक्रमों में भी प्रवेश निशुल्क कर दिया जाएगा।
पाठ्यक्रम में अधिक से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रदेश ले सकें। इसके लिए कुलपति मंगलवार को जिला कार्यक्रम अधिकारी के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने नवप्रवेशित शिक्षार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। सभी क्षेत्रीय समन्वयकों से अपील की कि इस बार 25 फीसदी अधिक दाखिले का लक्ष्य निर्धारित कर प्रवेश के लिए कार्य करें। अच्छा परिणाम देने वाले क्षेत्रीय केंद्रों को पारितोषिक प्रदान किया जाएगा। प्रवेश प्रभारी प्रो. जयप्रकाश यादव ने बताया कि इस बर प्रथम वर्ष सेमेस्टर के सभी 70 पाठ्यक्रमों में प्रवेश समर्थ पोर्टल के माध्यम से किया जाना है, जिसकी तैयारी पूरी कर विश्वविद्यालय ने पूरे प्रदेश में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ की है।