06 August 2025

बॉर्डर एरिया के स्कूलों में बढ़ाई जाएगी माता-अभिभावक संघ की सहभागिता


गोंडा। नेपाल सीमा से सटे संवेदनशील और मंडल के आकांक्षी ब्लॉकों के स्कूलों में माता अभिभावक संघ की सहभागिता बढ़ाई जाएगी। इसके लिए अधिकारियों की ओर से संबंधित क्षेत्र के स्कूलों में हर महीने दो बैठकें करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठकों में जहां प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के बच्चों की माताएं प्रतिभाग करेंगी। वहीं, शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार भी होगा।



जिले के रुपईडीह, पंडरीकृपाल व बभनजोत प्रदेश के 100 पिछड़े ब्लॉकों में शामिल हैं। साथ ही आकांक्षी ब्लॉक की सूची में शामिल हैं। इन ब्लॉकों में शिक्षा समेत अन्य पहलुओं पर विशेष ध्यान देकर सामान्य ब्लॉक के स्कूलों से

बेहतर बनाने का लक्ष्य निर्धारित है। देवीपाटन मंडल के बलरामपुर, श्रावस्ती और बहराइच जिलों के करीब पांच ब्लॉक नेपाल बार्डर से सटे हैं। यहां प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में बड़े पैमाने पर बच्चे पढ़ाई करते हैं।


देवीपाटन मंडल के आयुक्त शशिभूषण लाल सुशील ने नेपाल सीमा क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए माताओं की सहभागिता बढ़ाने के जरूरी


दिशा-निर्देश दिए हैं। मंडल के सहायक शिक्षा निदेशक राम सागर पति त्रिपाठी ने बताया कि कमिश्नर के आदेश के क्रम में सभी बीएसए को हर माह अनिवार्य रूप से विद्यालयों में माता अभिभावक संघ की बैठक कराने के निर्देश दिए गए हैं।


इससे जहां शिक्षक व अभिभावकों में समन्वय स्थापित होगा। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए जरूरी प्रयास भी किए जाएंगे।

पूर्व की तरह ही अन्य ब्लॉकों में होंगी बैठकें अधिकारियों ने बताया कि अभी


तक सामान्य तौर पर हर ब्लॉक में एक बैठक आयोजित की जाती थी। नेपाल सीमा से सटे ब्लॉक के स्कूलों के साथ ही आकांक्षी ब्लॉकों में स्कूलों में अब हर 15 दिन में माता अभिभावक संघ की बैठक कराई जाएगी। जबकि अन्य विद्यालयों में पूर्व की तरह एक महीने में एक बैठक होगी। सूत्रों का दावा है कि संदिग्ध गतिविधियों के चलते स्कूलों की निगरानी बढ़ाई गई है