शिक्षक की प्रताड़ना से अवसाद में आई छात्रा, अस्पताल में भर्ती
इलाज के दूसरे दिन परिजनों को पता चली सच्चाई
नैनी के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती पीड़ित छात्रा की आंखों में डर साफ देखा जा सकता है। छात्रा की हालत खराब होने पर उसे 21 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजनों को उसकी इस हालत के बारे में 22 अगस्त को जानकारी हुई। जब छात्रा से चिकित्सक ने टटोल कर पूछा तो उसने रोते हुए आपबीती बताई। उसने बताया कि कैसे स्कूल का शिक्षक ऑनलाइन कोचिंग करने वाले बच्चों के साथ भेदभाव करता है। उन्हें पूरी कक्षा में नीचा दिखाया जाता है और कहा जाता है, देखते हैं कैसे परीक्षा में पास होते हो। परिजनों को जानकारी हुई तो उन्होंने स्कूल के प्रबंधन से शिकायत की लेकिन उन्होंने भी कोई कार्रवाई नहीं की।
● नैनी स्थित एक प्राइवेट स्कूल का मामला, बारहवीं में पढ़ती है पीड़ित छात्रा
● अपनी कोचिंग में न पढ़ने पर बच्चों को अपमानित करता है स्कूल का शिक्षक
नैनी, हिन्दुस्तान संवाद। नैनी कोतवाली क्षेत्र के सरगम के पास स्थित एक प्राइवेट स्कूल में छात्रा को प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। स्कूल के शिक्षक की कोचिंग में न पढ़ने पर छात्रा को इस कदम डराया गया कि छात्रा अवसाद (डिप्रेशन) में चली गई और उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। अस्पताल में भर्ती छात्रा का वीडियो वायरल हुआ है, हालांकि ‘हिन्दुस्तान’ इसकी पुष्टि नहीं करता।
मूलतः मांडा के महेवा कला इलाके में रहने वाली एक 17 वर्षीय छात्रा औद्योगिक क्षेत्र की एक कॉलोनी में रहती है। उसके पिता जनरेटर मिस्त्री हैं। छात्रा 12वीं में पढ़ती है। इसके साथ ही ऑनलाइन कोचिंग करती है। छात्रा के परिजनों का आरोप है कि उसके स्कूल का एक शिक्षक अपनी कोचिंग चलाता है और उसकी कोचिंग में न पढ़ने वाले बच्चों को बुरी तरह जलील और प्रताड़ित करता है। आरोप है कि आरोपी शिक्षक ने उनकी बेटी पर इस कदर दबाव बनाया और मानसिक उत्पीड़न किया कि वह डिप्रेशन में चली गई। जिस पर उसे सड़वा स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। उसका इलाज और काउंसलिंग दोनों की जा रही है, लेकिन छात्रा की हालत नहीं सुधर रही है। रविवार शाम छात्रा को परिजन इलाज के लिए दूसरे अस्पताल ले गए। मामले नाबालिग के पिता ने बताया कि वह अभी बेटी के इलाज में बहुत परेशान है। उसके इलाज के बाद पुलिस से शिकायत करेंगे।