01 September 2025

परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण, शिक्षकों की लापरवाही पर वेतन रोक और नोटिस जारी

 मंझनपुर, । बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. कमलेंद्र कुमार कुशवाहा ने शनिवार को आठ परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान अनुपस्थित मिले शिक्षकों के एक दिन के वेतन भुगतान को रोका गया और लापरवाही पर एक इंचार्ज प्रधानाध्यापक तथा एक सहायक अध्यापक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।



बीएसए ने बीआरसी मंझनपुर के तीन और कौशाम्बी के पांच प्राथमिक और कम्पोजिट विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। सबसे पहले वे प्राथमिक विद्यालय फैजीपुर पहुंचे जहां निरीक्षण के समय इंचार्ज प्रधानाध्यापक बृजबिहारी उपस्थित थे, जबकि सहायक अध्यापक अनिल कुमार सिंह और शिक्षामित्र जीवन सिंह बिना सूचना अनुपस्थित मिले। यहां 63 पंजीकृत बच्चों में से एक भी बच्चा विद्यालय में उपस्थित नहीं था। विद्यालय की रंगाई-पुताई पिछले दो वर्षों से नहीं हुई थी और इंचार्ज प्रधानाध्यापक द्वारा कम्पोजिट ग्रांट का दुरुपयोग भी पाया गया।


बीएसए कम्पोजिट विद्यालय फताहीपुर के निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय फैजीपुर में कार्यरत शिक्षक वेद प्रकाश को उनके पदीय दायित्वों का निर्वहन न करने पर बीएसए से मिलने आते देखा गया। दोनों शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया गया।


प्राथमिक विद्यालय मझियारी चक ऐलई रोशन का निरीक्षण के दौरान पाया गया कि वहां के शिक्षक छात्रों की कार्यपुस्तिकाओं को न तो भरवाते हैं और न ही जांचते हैं। कक्षा तीन के बच्चों का आकलन भी नहीं किया जा रहा था। मिड डे मील लकड़ी के चूल्हे पर बन रहा था, जिस पर प्रधानाध्यापक पीयूष मिश्र से संतोषजनक जवाब नहीं मिला। यहां के शिक्षकों में पढ़ाई के प्रति कोई रुचि नहीं देखी गई। इसके कारण विद्यालय के सभी स्टाफ का सितंबर माह का वेतन भुगतान अग्रिम आदेश तक रोक दिया गया है और स्पष्टीकरण मांगा गया है।


अंत में बीएसए ने ब्लॉक संसाधन केंद्र सरसवां में हो रही बीईओ/एचएम की बैठक का निरीक्षण किया, जिसमें छह शिक्षक-शिक्षिकाएं अनुपस्थित पाईं गईं। इन सभी का निरीक्षण तिथि का वेतन अग्रिम आदेश तक के लिए रोक दिया गया है। बीएसए की ताबड़तोड़ कार्रवाई से विभाग में दिनभर हड़कंप मचा रहा।मंझनपुर, संवाददाता। बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. कमलेंद्र कुमार कुशवाहा ने शनिवार को आठ परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों का एक दिन का वेतन रोका गया और लापरवाही के मामलों में एक इंचार्ज प्रधानाध्यापक तथा एक सहायक अध्यापक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।


डॉ. कुशवाहा ने बीआरसी मंझनपुर के तीन व कौशाम्बी के पांच प्राथमिक एवं कम्पोजिट विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय फैजीपुर पहुंचे, जहां इंचार्ज प्रधानाध्यापक बृजबिहारी तो उपस्थित थे, लेकिन सहायक अध्यापक अनिल कुमार सिंह व शिक्षामित्र जीवन सिंह बिना सूचना के अनुपस्थित मिले। यहां पंजीकृत 63 बच्चों में से कोई भी उपस्थित नहीं था। विद्यालय की रंगाई-पुताई दो वर्षों से नहीं हुई थी तथा इंचार्ज प्रधानाध्यापक द्वारा कम्पोजिट ग्रांट का दुरुपयोग भी पाया गया।


बीएसए कम्पोजिट विद्यालय फताहीपुर के निरीक्षण के दौरान फैजीपुर के शिक्षक वेद प्रकाश को उनकी ड्यूटी छोड़कर बीएसए से मिलने आते देखे गए। दोनों शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया।


प्राथमिक विद्यालय मझियारी चक ऐलई रोशन का निरीक्षण करते हुए पाया गया कि शिक्षकों द्वारा छात्रों की कार्यपुस्तिका नहीं भरी जा रही थी और न ही चेक की जा रही थी। कक्षा तीन के छात्रों का आकलन भी नहीं किया जा रहा था। मिड डे मील लकड़ी के चूल्हे पर बनाया जा रहा था, जो प्रधानाध्यापक पीयूष मिश्र के संतोषजनक उत्तर न देने पर संदेहास्पद पाया गया। यहां कार्यरत शिक्षक पढ़ाई में गंभीरता नहीं दिखा रहे थे। इस कारण विद्यालय के सभी स्टाफ का सितंबर महीने का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया गया है और स्पष्टीकरण मांगा गया है।


अंत में बीएसए ने ब्लॉक संसाधन केंद्र सरसवां में हो रहे बीईओ/एचएम बैठक का निरीक्षण किया, जहां छः शिक्षक-शिक्षिका अनुपस्थित पाए गए। इन सभी का निरीक्षण वाले दिन का वेतन अगली सूचना तक के लिए रोका गया। बीएसए की ताबड़तोड़ कार्रवाई से विभाग में काफी हड़कंप मचा रहा।