जब से आदेश आया है, मैं देख रहा हूँ कि शिक्षक ही शिक्षक के शत्रु बने जा रहे हैं।
मामला तमिलनाडु का था, स्टैंड तो केंद्र सरकार को लेना था।
हमारा पदोन्नति का मुद्दा तो हाईकोर्ट में लंबित था।
फिर भी न जाने कैसी–कैसी ऊल–जलूल बातें हो रही हैं।
आदेश को ध्यान से पढ़िए, उसमें TET को संवैधानिक आवश्यकता (constitutional right) बताया गया है। लेकिन आप लोग आपस में ही विवाद कर रहे हैं।
मैं अब भी यही कहूँगा— आपस में मतभेद न रखें, किसी को अपशब्द न कहें।
कम से कम शिक्षक होने का परिचय तो अपने आचरण से दीजिए।
मैं कोई सफाई नहीं दे रहा हूँ, बस आप सभी को समझा रहा हूँ। बाकी जैसी आपकी मर्जी।
मैं गलत के विरुद्ध आवाज़ उठाता रहूँगा। सही और गलत का निर्णय पहले ईश्वर करेंगे और फिर न्यायालय।
#rana