24 September 2025

शिक्षक और साहब की नोकझोंक: पढ़ाई से ज़्यादा गैर-शैक्षिक कार्यों का बोझ

 




*शिक्षक : सर पढ़ाना है*

साहब: पहले DBT निपटाओ


*शिक्षक: अब पढ़ाएं सर*

साहब: जिनका आधार नहीं बना है उनका आधार बनवाओ


*शिक्षक:सर अब तो पढ़ाएं*

साहब: जिन अभिभावकों के खाते में पैसा नही आया उनके खाते में आधार लिंक का काम भी तो बाकी है


*शिक्षक: सर अब*

साहब : पता करो अभिभावकों ने ड्रेस क्यो नही खरीदी और अगर खरीदी है तो फोटो अपलोड करो


*शिक्षक: सर किताब भी नही आई पढ़ाना है*

साहब : किताब तो आती रहेंगी सर्वे वाला काम निपटाओ। Blo वाला काम भी तो कराना है sdm साहब का आदेश है।


*शिक्षक: सर अब*

साहब : सारी ऑनलाइन ट्रेनिंग कंप्लीट कर लिए की नही? करो और यूट्यूब के सेशन छोड़ना नहीं है जानते हो कि नही


*शिक्षक:सर अब*

साहब:अरे udise और परिवार सर्वेक्षण का काम पूरा हुआ कि नहीं ऊपर से बहुत प्रेशर है पहले उसे पूरा करो..!!


*शिक्षक: सर अब तो पढ़ा लें साल बीतने वाला है*

साहब : बोर्ड परीक्षा को ड्यूटी कौन करेगा


(कुछ दिन बाद)


*साहब: तुम लोग पढ़ाते नही हो इतनी खराब गुणवत्ता। फ्री की तनख्वाह लेते हो।*

C/P