09 September 2025

मौसम अपडेट: यूपी में मॉनसून बरकरार, गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना, इन जिलों में अलर्ट जारी

 यूपी में मॉनसून बरकरार है। मौसम विभाग की मानें तो 11 सितंबर से ट्रफ लाइव उत्तर भारत यानि यूपी की ओर आएगी। जिसे तराई के जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। साथ ही भारी बारिश से नदियां विकराल रूप ले सकती हैं। वहीं, गंगा और यमुना समेत कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कानपुर, हरदोई, आगरा समेत कई जिलों के हालात खराब हैं।




सितंबर के पहले हफ्ते के बाद अक्सर मॉनसून की धारा कमजोर पड़ने लगी है। लेकिन इस बार मॉनसून जल्दी वापसी के मूड में नहीं है।मौजूदा समय में अवदाब की स्थिति बनी हुई है। यानि इस स्थान पर मानसूनी हवाएं पूरी तरह केंद्रित हैं। ऐसे में हाल-फिलहाल मानसून कमजोर पड़ता नहीं दिख रहा है। उधर, लखनऊ के अमौसी स्थित मौसम विभाग ने 56 जिलों के लिए में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। ऐसे में कई जिलों में 11 सितंबर तक चमक-गरज के साथ बारिश हो सकती है। वैज्ञानिकों की मानें तो 11, 12 और 15 सितंबर को पूर्वी यूपी के कई जिलों में भारी बारिश के आसार हैं। वहीं, 12 फरवरी को पश्चिमी यूपी में जमकर बदरा बरसेंगे।



इन जिलों में येलो अलर्ट

अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, , गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, औरैया, बिजनौर, सीतापुर, फतेहपुर, प्रतापगढ़, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, जालौन, हमीरपुर एवं आसपास के इलाकों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।


गंगा और यमुना का बढ़ा जलस्तर

प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी से खतरे के निशान (84.73 मीटर) के करीब पहुंच गया है। फाफामऊ में गंगा 84 मीटर के ऊपर बह रही हैं, जबकि नैनी में यमुना भी उसी स्तर पर है। वहीं, जिले में बाढ़ के कारण लगभग 10 हजार परिवार प्रभावित हैं। इसके अलावा आगरा और मथुरा में भी यमुना नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। जहां आगरा में यमुना खतरे के निशान (499 फीट) से दो फीट ऊपर बह रही है। जबकि मथुरा में यमुना खतरे के निशान (166 मीटर) से 1.64 मीटर ऊपर बह रही है।