21 November 2025

यूपी सैनिक स्कूल के नए प्रिंसिपल की नियुक्ति अटकी

  कैप्टन मनोज पाण्डेय यूपी सैनिक स्कूल में नए प्रिंसिपल की नियुक्ति लम्बे समय से अटकी हुई है। अब तक मौजूदा प्रिंसिपल को एलपीसी यानी अंतिम वेतन प्रमाणपत्र नहीं मिला है। ऐसे में वह अपना पद नहीं छोड़ सकते हैं। मौजूदा प्रिंसिपल सेना से प्रतिनियुक्ति पर हैं।



यूपी सैनिक स्कूल में पिछले दो वर्षों से नए प्रिंसिपल की नियुक्ति अटकी हुई है। सेना और यूपी सरकार के शिक्षा विभाग के बीच इस संबंध में पत्राचार चल रहा है। मौजूदा प्रिंसिपल कर्नल राजेश राघव की तैनाती 15 जनवरी 2021 में हुई थी। उस वक्त वह चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल की कमांड संभाल रहे थे जब प्रतिनियुक्ति पर उत्तर प्रदेश में उनकी यूपी सैनिक स्कूल के लिए तैनाती की गई। उनको तीन वर्ष की प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया था।


अब लगभग पांच साल होने को हैं लेकिन पिछले दो साल से सेना और यूपी सरकार के बीच लिखापढ़ी ही चल रही है। उधर सेना ने कर्नल राघव को नई पोस्टिंग के लिए चिट्ठी भेजी हुई है। नए पद को संभालने के लिए मौजूदा कार्यभार किसी को सौंपना होगा। उसके लिए एलपीसी जरूरी है।


इसी चक्कर में बात अटकी हुई है। यूपी सैनिक स्कूल सोसाइटी से संचालित है। इसके प्रशासनिक मंडल के सभापति पदेन रूप से मुख्यमंत्री होते है। यही प्रशासनिक मंडल निर्णय लेता है।

पूर्व छात्रों ने कहा, बदल रहा है सैनिक स्कूल

एक सैन्य अधिकारी और यूपी सैनिक स्कूल के पूर्व छात्र ने बताया कि वर्ष 2021 से अब तक काफी बदलाव आए हैं। आवासीय व्यवस्था बेहतर हुई। प्रशिक्षण सुविधाओं को बढ़ाने के साथ जर्जर ढांचों का जीर्णोद्धार किया गया। स्कूल की जमीन को सुरक्षित बनाते हुए बाउंड्री और रोड बनाई गई। अब नैतिक शिक्षा, सैन्य जीवन का प्रशिक्षण, समय पर पढ़ाई का ध्यान रखा जा रहा है।


मैं अभी बाहर आया हुआ हूं। कार्यभार छोड़ने के लिए एलपीसी आवश्यक है, उसके लिए लिखापढ़ी चल रही है। उम्मीद है जल्द ही यहां से रिलीव होउंगा और नई तैनाती जहां पर है वहां ज्वाइन करूंगा


कर्नल राजेश राघव, प्रिंसिपल


यूपी सैनिक स्कूल