लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों ने गैर-शैक्षिक कार्यों से मुक्त करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की अपील की है। शिक्षक संगठनों का कहना है कि अध्यापकों को पढ़ाई के बजाय निर्वाचन आयोग की ड्यूटी जैसे बीएलओ, एसआइआर सहित अन्य कार्यों में लगाया जा रहा है, जिससे परिषदीय स्कूलों में कक्षाएं प्रभावित हो रही हैं।
शिक्षक नेताओं ने कहा कि दिसंबर का महीना शैक्षिक सत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है, लेकिन
बड़ी संख्या में शिक्षक चुनाव संबंधी कामों में लगे हुए हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई को नुकसान हो रहा है। उप्र बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने सितंबर 2012 में तत्कालीन मुख्य सचिव के आदेश का हवाला दिया, जिसमें परिषदीय शिक्षकों से गैर-शैक्षिक कार्य न कराए जाने के निर्देश दिए गए थे। आरोप लगाया कि डीएम और शिक्षा अधिकारी इस आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं। मांग की है कि शिक्षकों को शिक्षण कार्य में लगाया जाए, ताकि शिक्षा व्यवस्था सुचारु रह सके

