गोंडा। बेसिक शिक्षा के गांवों के परिषदीय स्कूलों को आपरेशन कायाकल्प से संवारा जा रहा है। शहरी स्कूलों के लिए योजना बनी, लेकिन नगर पालिका ने रूचि नहीं दिखाई। नगर पालिका ने सिर्फ परिषद से संचालित स्कूलों को संवारने पर बजट खर्च किया।
बेसिक शिक्षा के शहरी स्कूलों की स्थिति बद से बदतर हो गई है। अब जैनस इनीशिएटिव्स एवं रोटरी क्लब गोंडा ग्रीन ने शहरी क्षेत्र के 28 स्कूलों को संवारने के लिए कदम आगे बढ़ाया है।
संस्था की ओर से टाउन हाल में रविवार को एक कार्यक्रम में एलान किया गया और मौजूद बीएसए को इसका प्रस्ताव सौंपा। बीएसए जय प्रताप सिंह ने कहा कि संस्थाओं के आगे आने से स्कूलों में संसाधनों का विस्तार होगा।
बेसिक शिक्षा के शहरी स्कूलों में संसाधन न होने से पढ़ाई पर असर बढ़ रहा है। अब इन स्कूलों में संस्थाओं और सामाजिक व्यक्तियों की भूमिका अहम है। जैनस इनीशिएटिव्स एवं रोटरी क्लब गोंडा ग्रीन की पहल कारगर सिद्ध होगी।
इससे शहरी सरकारी स्कूलों में बेहतर संसाधन हो तो निजी स्कूलों की मनमानी पर अंकुश लगेगा। संस्था की ओर से स्वच्छता जागरूकता एवं नि:शुल्क हाइजीन किट नगर के प्राथमिक स्कूलों से आए 250 बच्चों को वितरण किया। इस दौरान 19 छात्रों को छात्रवृत्ति दी गई।
जैनस इनीशिएटिव्स के संस्थापक डॉ. पंकज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि बच्चों को स्वस्थ व स्वच्छ रखने के लिए उन्हें व्यक्तिगत स्वच्छता की महत्ता के बारे में सिखाना जरूरी है।
व्यक्तिगत स्वच्छता बच्चों को न केवल साफ रहने में मदद करती है, बल्कि संक्रामक रोगों के प्रसार को रोक सकती है। बच्चों को साफ-सफाई को लेकर अच्छी व बुरी आदतों का ज्ञान नहीं होता, लेकिन समझाने व सिखाने पर जल्दी इन आदतों को अपना लेते हैं।
साथ-साथ यह भी कहा कि नगर के 28 प्राथमिक स्कूल एवं एक नगरपालिका के अधीनस्थ स्कूल को लेकर उस पर निशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाएंगे और वहां भी बच्चों को स्वच्छता के बारे में है जिनका वितरण करेंगे।