प्रश्नपत्र लीक हो जाने से रद की गई उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) 2021 अब नए परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) सचिव को करानी है। ऐसे में वह अपने स्तर से तैयारियों को परखकर अंतिम रूप देंगे। परीक्षा तिथि शासन और बेसिक शिक्षा मंत्री से विमर्श के बाद तय होगी, लेकिन परीक्षा कराए जाने को लेकर तैयारियां पीएनपी में शुरू कर दी गई हैं। खासतौर पर परीक्षा केंद्रों की समीक्षा किए जाने की तैयारी है। यूपीटीईटी के लिए परीक्षा केंद्रों में बड़े स्तर पर बदलाव किए जाने की चर्चा है। प्रश्नपत्र तैयार कराने के साथ प्रश्नपत्र छपवाने के लिए प्रिंटिंग एजेंसी का नए सिरे से चयन किया जाना है। इस पूरी प्रक्रिया के चलते दिसंबर में परीक्षा हो पाना कठिन है।
यूपीटीईटी 2021 को निष्पक्ष कराना नए सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी के लिए बड़ी चुनौती है। नए सिरे से प्रश्नपत्र तैयार कराने के साथ उसे छपवाने के लिए प्रिंटिंग एजेंसी फाइनल करना प्रमुख कार्य है। प्रमुख कार्य इसलिए, क्योंकि 28 नवंबर को होने वाली यूपीटीईटी का प्रश्नपत्र प्रिंटिंग एजेंसी से ही लीक होने की बात अब तक सामने आई है। इसके साथ ही परीक्षा केंद्रों पर नकल रोकने के भी पुख्ता प्रबंध करने होंगे। ऐसे में परीक्षा केंद्रों का नए सिरे से निर्धारण भी संभव है। इसमें वित्तविहीन विद्यालयों को केंद्र बनना मुश्किल है। जिला मुख्यालय से दूर के विद्यालयों को केंद्र बनाने के बजाय शहर के डिग्री कालेजों व विश्वविद्यालयों को केंद्र बनाया जा सकता है। नकल के लिए बदनाम कई जिलों के केंद्रों पर खासतौर पर नजर है।
वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए यूपीटीईटी दिसंबर में करा पाना मुश्किल दिख रहा है। बेसिक शिक्षा मंत्री डा. सतीश द्विवेदी ने यूपीटीईटी की रद परीक्षा एक माह के अंदर कराने का दावा किया था, उसे देखते हुए 26 दिसंबर की तारीख पर मंथन शुरू हुआ था। इससे पहले परीक्षा संस्था ने इसी तारीख को इम्तिहान कराने का प्रस्ताव भेजा था। अफसर यह जांचने में जुटे थे कि इस तारीख को कोई और परीक्षा तो नहीं है। लेकिन, सीटीईटी यानी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा इसमें सबसे बड़ा रोड़ा बन सकती है, क्योंकि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय पहली बार ये इम्तिहान आनलाइन करा रहा है। परीक्षा 16 दिसंबर से 15 जनवरी 2022 तक चलेगी। इसमें वे अभ्यर्थी भी शामिल होते हैं, जो यूपीटीईटी के दावेदार हैं। ऐसे में यूपीटीईटी जल्द कराना विभाग के लिए बड़ी चुनौती होगी।
उत्तर प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा 28 नवंबर को दो पालियों में आयोजित की गई थी। उस दिन पेपर लीक होने की वजह से परीक्षा रद करनी पड़ी थी। पहले कहा गया था कि दिसम्बर में ही दोबारा परीक्षा कराई जाएगी लेकिन अब बताया जा रहा है कि जनवरी के पहले या दूसरे हफ्ते में परीक्षा कराई जा सकेगी। परीक्षा संस्था से जुड़े लोगों का मानना है कि जनवरी के दूसरे सप्ताह के बाद ही परीक्षा हो सकती है।