UPTET : जनवरी के तीसरे सप्ताह में यूपीटीईटी 2021, अभ्यर्थी को नहीं देना होगा कोई शुल्क


उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रश्नपत्र लीक होने के कारण स्थगित की गई उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा-2021 (यूपी टीईटी-2021) को कराने का कार्यक्रम तय कर लिया है। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा-2021 अब अगले साल जनवरी के तीसरे हफ्ते में आयोजित की जाएगी।

उत्तर प्रदेश विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को विधानसभा में यूपीटीईटी प्रश्नपत्र लीक होने का मुद्दा उठने पर परीक्षा को पुन: आयोजित कराने की जानकारी सदन को दी गई। प्रदेश सरकार में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा.सतीश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि सरकार ने इसको कराने का कार्यक्रम तय कर लिया है।


समाजवादी पार्टी के विधायक नरेन्द्र वर्मा ने यूपीटीईटी का पेपर लीक होने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भाजपा सरकार शिक्षित बेरोजगारों का शोषण कर रही है। जवाब में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सदन को आश्वस्त किया कि यूपी टीईटी – 2021 का दोबारा आयोजन होने पर आवेदक अभ्यर्थी पुराने आवेदन पर ही परीक्षा में बैठ सकेंगे। इसके लिए उन्हें अलग से कोई शुल्क नहीं देना होगा।

सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि उत्तर प्रदेश टीईटी-2021 का पेपर इंटरनेट मीडिया पर लीक करने के मामले में उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने विभिन्न जिलों में दस मुकदमे दर्ज कराए हैं, जिनमें 33 लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे गए हैं। इसके साथ ही इस बड़ी घटना को अंजाम देने का मास्टरमाइंड भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

पर्चा लीक होने के कारण रद की गई यूपीटीईटी 2021 की नई तिथि का इंतजार सभी अभ्यर्थी कर रहे हैं। परीक्षा की नई तिथि निर्धारित करने के लिए विचार-विमर्श के बीच उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी के नए सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने परीक्षा कराने की तैयारी भी तेज कर दी है।

गौरतलब है कि बीती 28 नवंबर को प्रदेश में उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा-2021 का आयोजन किया गया है। इस परीक्षा के लिए अभ्यर्थी केन्द्रों तक पहुंच गए थे। इसी दौरान पेपर लीक होने की जानकारी मिलने पर परीक्षा को रद कर दिया गय। परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय कुमार उपाध्यय को इसके बाद निलंबित करने के साथ गिरफ्तार भी किया गया है।