हाईटेक पढ़ाई में पिछड़े प्रदेश के परिषदीय स्कूल

हाईटेक शिक्षण व्यवस्था को सुनियोजित ढंग से लागू करने में कई जनपदों के परिषदीय विद्यालय पिछड़ गए हैं। राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय के निर्देश के बाद भी सूबे के कई जिलों में शत प्रतिशत ब्लूटूथ इनेबल स्पीकर (प्रति स्कूल दो) की खरीदारी नहीं हो सकी। अभी तक सिर्फ अमरोहा, बस्ती, चंदौली, झांसी, कानपुर नगर, मैनपुरी जनपद के परिषदीय विद्यालयों में 100 प्रतिशत ब्लूटूथ स्पीकर की खरीदारी हुई है।


प्रयागराज के 2852 परिषदीय विद्यालयों में से किसी भी स्कूल में अब तक ब्लूटूथ स्पीकर नहीं खरीदे गए। एसएमसी के खाते न खुलने और बजट के अभाव में खरीद नहीं हो सकी। इन उपकरणों के माध्यम से इसी सत्र से बच्चों को पढ़ाने का निर्देश था। लापरवाही को देखते हुए अपर परियोजना निदेशक रोहित त्रिपाठी ने सूबे के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर ब्लूटूथ स्पीकर की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया है। बेसिक स्कूलों में ब्लूटूथ के जरिए पढ़ाने की योजना के पीछे उद्येश्य है कि बच्चों को सभी विषयों का ज्ञान ऑडियो एवं वीडियो के माध्यम से हो सके।


दक्षता-कौशल विकास बढ़ाने का था उद्देश्य
योजना का उद्देश्य था कि हाईटेक शिक्षण व्यवस्था से बच्चे धीरे-धीरे जुड़ सकें। एक से पांचवीं तक के बच्चे ब्लूटूथ स्पीकर से सुनकर पढ़ाई करें। शिक्षक कटेंट के साथ विषय से संबंधित उपयोगी सामग्री अपने मोबाइल, लैपटॉप के माध्यम से सुनाएं-बताएं ताकि बच्चों में दक्षता एवं कौशल विकास बढ़ाया जा सके। इसलिए राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय के निर्देश पर बेसिक शिक्षा के प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा, कक्ष का वातावरण सुधारने व अतिरिक्त शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए ब्लूटूथ स्पीकरों की खरीदारी का निर्देश दिया गया था।

● बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रति प्राइमरी स्कूल खरीदना था दो ब्लूटूथ स्पीकर

● अमरोहा, बस्ती, चंदौली, झांसी, कानपुर नगर, मैनपुरी के स्कूलों में ही हुई खरीद

● प्रयागराज के 2852 स्कूलों में से एक में भी नहीं हो सकी खरीदारी

● बाकी जिलों में दिखी लापरवाही, राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय ने भेजा पत्र

बजट के अभाव में ब्लूटूथ स्पीकरों की खरीदारी नहीं की जा सकी है। बजट के लिए पत्र लिखा गया है। धनराशि मिलते ही उपकरणों की खरीदारी कर ली जाएगी।
प्रवीण कुमार तिवारी, बीएसए, प्रयागराज।